चार साल पहले गाजियाबाद के सिहानी गेट थाना क्षेत्र के सिकरोड गांव से एक युवक के संदिग्ध हालात में लापता होने की घटना का क्राइम ब्रांच ने खुलासा कर दिया है। पुलिस के मुताबिक, लापता युवक की पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर युवक की हत्या कर दी थी। सिर में गोली मारने के बाद प्रेमी ने अपने घर में ही गड्ढा खोदकर शव दफना दिया था।सिकरोड गांव निवासी चंद्रवीर उर्फ पप्पू करीब चार साल पहले संदिग्ध हालात में लापता हो गया था। पप्पू के भाई ने सिहानी गेट थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई थी। पप्पू का कोई सुराग न लगने पर सिहानी गेट पुलिस ने मामले में फाइनल रिपोर्ट लगा दी थी। बीते दिनों एसएसपी ने ऐसे मामलों की विवेचना के आदेश दिए तो क्राइम ब्रांच फिर से एक्टिव हो गई।
एसपी क्राइम डॉ. दीक्षा शर्मा का कहना है कि मृतक की 16 वर्षीय बेटी से पूछताछ की गई तो उसने अपनी मां और पड़ोसी पर शक जाहिर किया। पुलिस ने दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो सारा मामला खुल गया।एसपी क्राइम ने बताया कि मृतक की पत्नी सविता के अपने पड़ोसी अरुण उर्फ अनिल कुमार से अवैध संबंध थे। चंद्रवीर ने एक दिन उन दोनों को आपत्तिजनक हालत में देख लिया था। इसके बाद से वह उन दोनों के अवैध संबंधों में बाधक बन रहा था। इसी के चलते पत्नी और उसके प्रेमी ने चंद्रवीर को रास्ते से हटाने की खौफनाक योजना बना डाली। 28 सितंबर 2018 को चंद्रवीर शराब पीकर सो गया था। इसी दौरान पड़ोसी अरुण दीवार कूदकर उसके घर के अंदर आ घुसा और चारपाई पर सो रहे चंद्रवीर के सिर में गोली मारकर उसकी हत्या कर दी। योजना के मुताबिक, उसने शव को अपने घर में खोदे गड्ढे में दफना दिया।
बाल्टी में इकट्ठा किया था खून, कड़ा ना निकलने पर काट दिया था हाथ
एसपी क्राइम ने बताया कि चंद्रवीर को गोली मारने से पहले अरुण ने उसके सिर के नीचे बाल्टी रख दी थी। गोली मारने के बाद जब सारा खून इकट्ठा हो गया तो उसने शव को अपने घर ले जाकर दफना दिया। शव दफनाते समय चंद्रवीर के हाथ में एक कड़ा था, जिस पर उसका नाम लिखा था। काफी कोशिश के बाद भी कड़ा न निकलने पर चंद्रवीर ने कुल्हाड़ी से उसका हाथ ही काट डाला और उसे एक केमिकल फैक्ट्री के पीछे फेंक दिया था।
एसपी क्राइम का कहना है कि आरोपियों की निशानदेही पर गड्ढे से शव का कंकाल बरामद कर लिया गया है। घटना में प्रयुक्त तमंचा और कुल्हाड़ी भी बरामद कर ली गई है।
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