प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाएं अपने जीवन के सबसे कठीन समय में होती है, हालांकि मां बनने के एहसास में वह इस परेशानी से भी जूझ लेती हैं। इस दौरान महिलाओं को तरह-तरह की परेशानियां होती हैं। जिनमें सबसे कॉमन है, उल्टी, मूड स्विंग्स और कब्ज। इनसे छुटकारे के लिए यूं तो डॉक्टर कई दवाएं देते हैं। लेकिन इन दवाइयों का बच्चे पर बुरा असर होता है। ऐसे में आप कुछ योगासन की मदद से इन परेशानियों से छुटकारा पा सकते हैं। प्रेग्नेंसी के दौरान आप मलासन कर सकते हैं। ये कई तरह से आपको फायदे दे सकता है।
डिलीवरी होती है आसान
मालसाना योग का डीप स्क्वाट है। बहुत ज्यादा बैठने पर कूल्हों और कमर में होने वाली जकड़न से छुटकारा पाने के लिए आप इस आसन को कर सकते हैं। शुरुआत में आप सपोर्ट के लिए प्रॉप्स का इस्तेमाल कर सकते हैं ताकि आप इस तरह से इसे सकें जो दर्दनाक न हो। फिर समय के साथ धीरे-धीरे अपने आप को प्रॉप्स से दूर करें। यह एक लंबी प्रक्रिया हो सकती है, लेकिन यह काफी काम करती है। प्रेग्नेंसी में मलासन की प्रेक्टिस की जाए तो नॉर्मल डिलीवरी में मदद मिल सकती है। ये आसान महिला की डिलीवरी काफी हद तक आसान बनाता है।
कैसे करें मलासन
– मैट पर स्क्वाट्स पॉजिशन में खड़े हो जाएं।
– फिर स्क्वाट में आने के लिए घुटनों को मोड़ें और अपने हिप्स को फर्श की ओर नीचे करें।
– आपके पैर की उंगलियों को बाहर निकालें, लेकिन इसे ज्यादा न करें। आप पैरों को समानांतर रखने की कोशिश करें।
– अपने हाथों को अपने घुटनों के पास रखें और हथेलियों को एक साथ अंजलि मुद्रा में लाने के लिए कोहनियों को मोड़ें।
– अंजलि मुद्रा में अपने हाथों को अपने हृदय केंद्र के पास रखें। अब इस मुद्र में रहते हुए हाथों से जांघों को दबाते रहें।
– अपनी रीढ़ को सीधा रखें, अपने हिप्स को फर्श की ओर ले जाएं, और अपने कंधों को अपने कानों से दूर रखें।
-पांच सांसों तक यहीं रुकें, फिर पैरों को सीधा करके बाहर आ जाएं। आप चाहें तो सीधे फॉरवर्ड फोल्ड में आ सकते हैं।
-इस मुद्रा को तीन बार दोहराने की कोशिश करें।
ध्यान दें कि इस आसन को आप किसी की निगरानी में ही करें।
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