जगदलपुर/नारायणपुर, 12 नवंबर । नारायणपुर जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर धर्मांतरण का ग्रामीण जनजाति समाज व सर्व समाज लगातार विरोध करता आया है। शुक्रवार को जिला मुख्यालय में सर्व समाज की एक बैठक हुई, जिसमें राज्यपाल को पत्र लिखकर धर्मांतरण के खिलाफ गहरी चिंता व्यक्त की गई है। सर्व समाज के पदाधिकारियों ने बताया सर्व समाज के महापंचायत में अनेक निर्णय लिए गए ।राज्यपाल को पत्र लिखकर मांग किया गया कि बस्तर संभाग में अवैध रूप से हो रहे धर्मांतरण को बंद किया जाये,धर्मान्तरित व्यक्ति की मृत्यू होने पर बसे गांव में अंतिम संस्कार न करने दिया जाये,
बस्तर संभाग में अवैध रूप से बने चर्चो को ग्राम से हटाया जाये,धर्मान्तरित व्यक्तियों को अनुसूचित क्षेत्र के गांवों में कब्रिस्तान हेतु जमीन आबंटन न किया जाये, अनुसूचित क्षेत्रों और जिला में बाहर से आये पास्टर और पादरियों को ग्रामों में प्रवेश न करने दिया जाये, धर्मान्तरित परिवार के वैवाहिक, मरनी एवं अन्य कार्यक्रमों का बहिष्कार किया जायेगा। धर्मांतरित व्यक्ति को आरक्षण नाम से वंचित किया जाये, उपरोक्त बिंदुओं पर महापंचायत द्वारा सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया।
जनजाति समाज के वरिष्ठ सदस्य नारायण मरकाम ने बताया नारायणपुर जिला में सभी समाज जिसमें मुख्यत: आदिवासी समाज अनु.जाति एवं पिछड़ा वर्ग जो सदियों से यहां पर निवासरत है। अब उनकी परंपरा एवं संस्कृति को नष्ट करने का कुत्सित प्रयास किया जा रहा है। जबरन प्रलोभन देकर धर्मान्तरित किया जा रहा है।
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