तैयार हुआ रायपुर का मास्टर प्लान-2031, जानें कब तक कर सकते हैं दावा-आपत्ति…

रायपुर ,11 नवंबर। रायपुर का विकास मॉडल 2031 कोरोना की वजह से चार साल से अटका हुआ था, जो शुक्रवार को अंततः सार्वजनिक हुआ। यह प्लान 40 लाख की आबादी का होगा। रायपुर का दायरा 2021 के प्लान में 226 वर्ग किलोमीटर था। नए प्लान का दायरा 503.67 वर्ग किलोमीटर का रहेगा। जनसंख्या अभी की तुलना में 5 लाख अधिक होने का अनुमान है, इसलिए 30 से ज्यादा नई एमआर सड़कें (टू-फोरलैन) नए प्लान में रखी गई हैं।



एजुकेशन या रेसिडेंशियल हिसाब से पिछले प्लान की तुलना में 34152.32 हेक्टेयर जमीन की जरूरत होगी, जिसे प्लान में समाहित किया गया है। इसमें पुरानी सड़कों की चौड़ाई बढ़ाना भी शामिल है। नए मास्टर प्लान के प्रिंट को मंजूरी के लिए राज्य सरकार के पास भी भेज दिया गया है। मास्टर प्लान को मंजूरी देने के लिए सभी बैठकें भी हो गई हैं। 25 सितंबर के पहले इसे आम लोगों के लिए रख दिया जाएगा। इस प्लान पर दावा-आपत्ति मंगाई जाएगी। एक महीने के भीतर सभी आपत्तियों का निराकरण किया जाएगा।



503 वर्ग किमी हो जाएगा दायरा
नए मास्टर प्लान के आने के बाद रायपुर का क्षेत्रफल 503.67 वर्ग किमी हो जाएगा। जबकि पिछली प्लानिंग 25 लाख आबादी के लिए 16000 हेक्टेयर जमीन के साथ हुई थी, जिसमें 65 नए गांव शामिल किए गए हैं। इस तरह रायपुर में शामिल गांवों की संख्या 41 से बढ़ाकर 106 हो जाएगी। नगर तथा ग्राम निवेश विभाग द्वारा मास्टर प्लान 2031 के तहत विकास योजना तैयार की जा रही है। आने वाले 10 साल में रायपुर की आबादी 40 लाख तक पहुंच जाएगी।



दक्षिणी क्षेत्र रहेगा विकास का केंद्र
मास्टर प्लान 2031 में शहर का विकास धमतरी, महासमुंद और बिलासपुर की दिशा में होगा और शहर के विकास का केंद्र दक्षिणी क्षेत्र रहेगा। बिलासपुर की ओर औद्योगिक केंद्र, बलौदा-बाजार रोड में लाजिस्टिक हब, धमतरी रोड की ओर एजुकेशन हब बनाने की तैयारी है। रायपुर शहर का दायरा 5 हजार 155 वर्ग मीटर होगा। इसके दायरे में दुर्ग और बेमेतरा जिले का भी कुछ हिस्सा भी लिया जाएगा।



पिछले मास्टर प्लान का बचत भी जोड़ा गया
मास्टर प्लान 2021 में निर्धारित मापदंड से ज्यादा भूमि का उपयोग किया गया। सबसे ज्यादा लापरवाही आमोद-प्रमोद क्षेत्र विकसित करने में हुई है। अनियंत्रित विकास विकास के कारण 1610 हेक्टेयर प्रस्तावित था, जिसमें 241.03 हेक्टेयर ही भूमि विकसित की गई। जो योजनाएं मास्टर प्लान में रह गई हैं, उन्हें भी नए में जोड़ा गया है और इसी आधार पर प्रकाशन किया जा रहा है।



रायपुर ग्राम एवं नगर निवेश के संयुक्त संचालक संदीप बागड़े ने कहा, मास्टर प्लान का प्रकाशन कर आम लोगों से दावा आपत्ति मंगाई जाएगी। इसके बाद फिर से अंतिम प्रकाशन किया जाएगा।

प्रस्तावित भूमि उपयोग 2031
भूमि उपयोग – तय गाइडलाइन
आवासीय 36 से 38%
वाणिज्यिक 5 से 6%
औद्योगिक – 7 से 8%
अर्ध/सार्वजनिक – 10 से 12 %
आमोद-प्रमोद – 14 से 16 %
यातायात/परिवहन – 12 से 14 %
कुल विकसित क्षेत्र – 100.00%