कोरबा, 09 नवंबर । जमीन अधिग्रहण के 20 माह बाद भी जुराली के किसानों ने मुआवजा नहीं लिया है। इनकी जमीन एनएच रोड निर्माण के लिए अधिग्रहित हुई है। जामा मस्जिद कटघोरा के सदर व नगर के समाजसेवी इरशाद काजी ने नागपुर में केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात कर किसानों के मुआवजा लेने से इनकार करने की वजह बताई। इस पर उन्होंने उचित मुआवजा देकर किसानों की समस्या के निराकरण को लेकर आश्वस्त किया।
इरशाद का कहना है कि कटघोरा क्षेत्र के जुराली के अलावा 38 गांवों के किसानों की जमीन का अधिग्रहण किया है, लेकिन जब जुराली के किसानों की जमीन अधिग्रहित किया गया तो जो अवार्ड पारित हुआ उसमें भूमि के उपयोग का प्रयोजन रोड निर्माण का न बताकर ही खेती करना बदल दिया। ऐसे में किसानों को महज 127.90 रुपए प्रति वर्ग मीटर की दर से भूमि का मुआवजा राशि तैयार किया गया।
जबकि इस तरह का बदलाव का अधिकार सक्षम अधिकारी को भी नहीं है। यह अपनी तरह का पहला मामला है, जब दूसरे गांवों के किसानों का मुआवजा रोड निर्माण के नाम पर तो जुराली के प्रभावितों को खेती के नाम पर जमीन अधिग्रहित की है। इससे जुराली के ग्रामीणों में नाराजगी है।
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