देव दीपावली पर दियों की रोशनी से नहाया वाराणसी…

वाराणसी, 08 नवंबर। गंगा के तट पर जगमाते लाखों दिए एक अद्भुत छटा बिखेर रहे थे। पूरा वाराणसी दीयों की रौशनी से जगमगा उठा था। सोमवार की शाम वाराणसी के गंगा तट पर देव दीपावली का त्योहार मनाया गया। गंगा तट के 84 घाटों पर करीब आठ लाख दीपक जलाए गए। वाराणसी के लोगों ने भी पूरे शहर को लगभग 11 लाख मिट्टी के दीयों से सजाया। देव दीपावली समारोह के दौरान अस्सी और दशाश्वमेध जैसे प्रसिद्ध घाटों पर विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए। दिनभर बहुरंगी रोशनी और नावें आकर्षण का प्रमुख हिस्सा बनी रहीं। देव दीपावली के अवसर पर दर्शकों के बीच एक प्रमुख आकर्षण घाटों पर की जाने वाली गंगा आरती भी थी।

देव दीपावली दिवाली के 15 दिन बाद कार्तिक पूर्णिमा को मनाई जाती है। इस शुभ दिन पर हजारों भक्त वाराणसी में पूजा करने और गंगा में डुबकी लगाने के लिए आते हैं। राक्षस राजा त्रिपुरासुर पर भगवान शिव की जीत के उपलक्ष्य में पवित्र त्योहार मनाया जाता है।

पौराणिक कथाओं के अनुसार त्रिपुरासुर ने पृथ्वी पर मनुष्यों और स्वर्ग के सभी देवताओं को परेशान किया था। तब सभी देवता भगवान शिव के पास गए और उनकी मदद मांगी। अनुरोध स्वीकार करते हुए शिव ने कार्तिक पूर्णिमा के दिन त्रिपुरासुर का वध किया था। सभी देवता काशी पर उतरे और इस अवसर को चिह्नित करने के लिए एक दीप जलाया और भगवान शिव को धन्यवाद दिया। तब से हर साल वाराणसी में देव दीपावली मनाई जाती है।