रायपुर। रायपुर के माना स्थित SOS बाल आश्रम में 14 साल की बच्ची से गैंगरेप हुआ है। अब इस मामले ने सियासी तूल पकड़ लिया है। सोमवार शाम भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने इस मुद्दे को लेकर धरना दिया। सांसद सुनील सोनी की अगुवाई में जिला भाजपा के नेताओं ने आंदोलन किया।
सांसद सोनी ने पूरे कांड के बाद कांग्रेस के नेताओं की निष्क्रियता पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा इस कांड के सामने आने के बाद मंत्री का ये बयान आया कि एक साल तक उन्हें कुछ पता ही नहीं था, ये कैसी जिम्मेदारी है। जनता ने क्या उन्हें यही सुनने को चुना था। ये कांड सामने आ जाने के बाद भी मंत्री ने किसी अफसर को तलब नहीं किया, न किसी पर कार्रवाई की। प्रदेश की मंत्री बाल विकास मंत्री अनिला भेंडिया को इस्तीफा दे देना चाहिए।
धरने पर बैठे भाजपा जिला अध्यक्ष जयंती पटेल ने बताया- बाल आश्रम में कुछ लोगों ने बच्ची के साथ रेप जैसा कृत्य किया, अफसरों ने इतने दिनों तक मामला दबाकर रखा। बच्ची मां बन गई , केस में जिसे जेल भेजा उससे नाबालिग द्वारा जन्म दिए बच्चे का DNA मैच न होना ये बताता है कि इस केस में तो और भी लोग आरोपी हैं जो आज तक पकड़े ही नहीं गए।
ये है पूरा मामला…
रायपुर के माना में SOS नाम की इंटरनेशनल एजेंसी बाल आश्रम चलाती है। जिला प्रशासन इसमें सहयोग करता है। जून 2021 में यहां रह रही एक बच्ची के साथ रेप हुआ नवंबर 2021 में जब वो प्रेग्नेंट हुई तो FIR करवाई गई। आश्रम के ही एक कर्मचारी अंजनी शुक्ला को इस मामले में आरोपी बताकर गिरफ्तार किया गया। बच्ची ने जिस बच्चे को जन्म दिया उसका DNA आरोपी से मैच नहीं किया इस लिए अंदेशा है बच्ची के साथ शारीरिक संबंध किसी और ने भी बनाया और आश्रम जहां बच्ची को सुरक्षित रहना था वहां उसके साथ गैंगरेप होता रहा।
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