कोरबा के पाली का बुड़बुड़ खदान चोरों के निशाने पर …खुले आम कोयले की चोरी हो रही ..

कोरबा,6 नंबम्बर। कोरबा जिला के सराईपाली पाली बुड़बुड़ कोयला खदान से लगे गांव राहाडीह,टेवापारा में फिर से अवैध कोयले का खेल शुरू हो गया है। दिखावे की 1-2 कार्यवाही के बाद यह काम निर्बाध तरीके से जारी है। बड़ा सवाल है कि आखिर इन्हें कौन खुली छूट दे रहा है। सूत्र बताते हैं कि रात में ट्रैक्टर से आवाज होता है,कह कर पिकअप वाहन से ट्रांसपोर्ट का काम चलता है.? क्या एसईसीएल प्रबंधन को इसकी जानकारी नही है? उसकी सुरक्षा में चूक हो रही या कोयला चोरों को मौका दिया जा रहा है। क्या खनिज विभाग कोरबा या पाली का मैदानी अमला बेखबर है?पाली पुलिस के द्वारा पिछले दिनों संयोग से मिट्टी में फंसे एक वाहन को जप्त कर कार्रवाई की गई। एकाध और कार्यवाही कोयला के मामले में हुई है लेकिन मौके पर मिलने वाले वाहन और कोयला जप्त कर इस वाहन के चालक और परिचालक पर मुकदमा दर्ज कर लिया जाता है।

खदान से चोरों ने जमा किया कोयला

अक्सर पुलिस अधिकारी तात्कालिक कार्रवाई कर आगे की विवेचना से न सिर्फ परहेज करते हैं बल्कि असली चोर तक पहुंचने की जहमत नहीं उठाना चाहते है वरना और कौन से कारण हो सकते हैं जब पुलिस कोयला चोरी/तस्करी और अवैध रूप से खपाने का काम करने वाले स्थानीय और डंपिंग वाले ठिकाने पर दबिश नहीं देती। जिसके द्वारा कोयला चोरी करवाया जाता है, जिसके यहां चोरी का कोयला डम्प किया जाना होता है, उन्हें आखिर क्यों बार-बार बख्शा जा रहा है? पुलिस की कार्यवाही से अगर निष्पक्षता झलकती तो कोयला चोर, चोरी करवाने वाले और क्रय करने वाले सलाखों के पीछे होते न कि इन सारे घटनाक्रम से अनजान सिर्फ परिवहन का काम करने वाले चालक और परिचालक जेल में होते। इसमें कोई संदेह नहीं कि एसपी संतोष सिंह के द्वारा सभी तरह के अवैध कार्यों पर अंकुश लगाने की कवायद की जा रही है लेकिन स्थानीय स्तर पर कार्यवाही में चूक जानबूझकर हो रही है या फिर चोरी करने/कराने वाले लोगों का नेटवर्क पुलिस के नेटवर्क से ज्यादा मजबूत है, यह रहस्यमय है। इन सबके बीच पाली का बुड़बुड़ खदान हर दिन चोरों के निशाने पर है। भीतर एसईसीएल और बाहर चोरी रोकने की जवाबदारी पुलिस की है,जो फिलहाल दिख नहीं रही।