कलेक्टर ने किया बाढ़ आपदा से निपटने मॉकड्रील का मुआयना

बेमेतरा। राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग नवा रायपुर के निर्देश पर बाढ़ एवं आपदा से बचाव संबंधी जिला आपदा प्रबंधन की टीम ने आज सुबह कलेक्टर की उपस्थिति में अमोरा घाट पहुंचकर शिवनाथ नदी में बाढ़ मे घिरे लोगों को सुरक्षित कैसे बाहर निकाला जाए इसका मॉकड्रील किया ।

मॉकड्रील में नगर सेना के गोताखोरों को अतिवृष्टि बाढ़ के दौरान जान-माल क़ी सुरक्षा के लिए दक्ष किया गया है। बाढ़ आपदा के दौरान होने वाली किसी भी परिस्थिति का सामना करने दल तैयार है। मॉकड्रील के दौरान एम्बुलेंस वाहन भी तैनात था। मॉक एक्सरसाइज के दैरान छत में फंसे लोगों को सीढ़ी के जरिए निकाला गया। कलेक्टर जितेन्द्र कुमार शुक्ला ने नगर सेना के जवानों को आपात स्थिति से निपटने हर समय तत्पर रहने के निर्देश दिए, जिससे लोगों की जान-माल की रक्षा की जा सके।

मॉकड्रिल के दौरान नगर सेना के जवानों द्वारा प्रत्यक्ष रूप से नदी में उतरकर डूबते हुए व्यक्ति को किस तरह बचाया जा सकता है और उसे नदी से निकालकर उसे किस प्रकार चिकित्सा सेवा प्रदान की जाती है उसे बताया गया। बाढ़ से बचाव के संबंध में सभी निर्देशों का पालन किया जा रहा है और बाढ़ की स्थिति में राहत कार्य त्वरित आरंभ करने के लिए पूरी तैयारी कर ली गई है।

टीम अत्याधुनिक बाढ़ बचाव उपकरण, कटिंग टूल्स व संचार उपकरण, मेडिकल फर्स्ट रेस्पांडर किट, डीप डाइविंग सेट इनफ्लैटेबल लाइटिंग टावर आदि से लैस रहेंगे जिला प्रशासन द्वारा नगर सेना के जवानों को आपात स्थिति से निपटने के लिए मुस्तैदी से कार्य करने के निर्देश दिए गए। टीम में कुशल गोताखोर, तैराक और मेडिकल स्टाफ मौजूद रहेंगें, जो कि बाढ़ आपदा के दौरान राहत व बचाव कार्य में लोगों को हर संभव मदद पहुंचाने में सक्षम होंगें। मॉकड्रील के दौरान बताया गया कि बाढ़ आने पर घबराने की आवश्यकता नहीं है शासन प्रशासन आम नागरिकों के साथ है। गांवों में कोटवार के जरिए मुनादी कर लोगों को सचेत किया जाता है।

बाढ़ से निपटने पांच स्थानों पर टीम तैनात-आपात स्थिति में बाढ़ से निपटने शिवनाथ नदी अमोरा घाट में एसडीएम बेमेतरा को प्रेक्षक बनाया गया था। इसी तरह पुलिस लाईन सीटी कोतवाली के लिए प्रेक्षक एसडीओपी बेरला को नियुक्त किया गया था। शासकीय पीजी कॉलेज बेमेतरा के लिए प्रेक्षक एसडीएम बेरला को प्रेक्षक नियुक्त किया गया था। राहत कैम्प शासकीय हायर सेकण्डरी स्कूल सरदा को बनाया गया था, जिसके प्रेक्षक अनुविभागीय अधिकारी राजस्व साजा को बनाया गया था। जिला अस्पताल में मेडिकल टीम प्राथमिक उपचार के लिए अनुविभागीय अधिकारी राजस्व नवागढ़ को प्रेक्षक का दायित्व सौंपा गया था। जिला स्तरीय कण्ट्रोल रुम एनआईसी में स्थापित किया गया था, जिसके प्रभारी अधिकारी डिप्टी कलेक्टर विश्वास राव म्हस्के थे। आपदा प्रबंधन टीम ने मुस्तैदी से रेस्क्यू कर बाढ़ में फंसे लोगों को बचाने की कार्यवाही की। शासकीय उ.मा.वि. सरदा में बनाये गये राहत शिविर में राजस्व, खाद्य, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, विद्युत विभाग, ग्राम पंचायत और नगर पंचायत बेरला ने अपने स्टॉफ के साथ राहत शिविर में मुस्तैदी से ड्यूटी में तैनात रहे, जिसका कलेक्टर ने मुआयना किया।