जगदलपुर। प्रदेश के साथ ही बस्तर जिले के धान खरीदी केंद्रों में आज पहले दिन चालू खरीफ विपणन वर्ष में समर्थन मूल्य में धान खरीदी की शुरुआत की गई है। कमिश्नर श्याम धावड़े और कलेक्टर चंदन कुमार ने नानगुर और बड़े मुरमा के धान खरीदी केंद्र का निरीक्षण, खरीदी व्यवस्था का जायजा लिया।
उन्होंने खरीदी केंद्र में किए गए आवश्यक व्यवस्थाओं, धान खरीदी की दरों, पंजीकृत किसानों की संख्या, फड की व्यवस्था का जायजा लिया और धान खरीदी के लिए समितियों में की गई तैयारियों से संतुष्टि जताई। कमिश्नर श्री धावड़े ने नए पंजीकृत किसानों और वन अधिकार पट्टाधारक किसानों की जानकारी समिति के सदस्यों से ली। समिति के सदस्यों ने बताया कि नानगुर में 52 और बड़े मुरमा में 42 वन अधिकार पट्टाधारक किसानों का पंजीयन किया गया है।
कलेक्टर ने धान खरीदी में एप के माध्यम से टोकन की व्यवस्था के सम्बंध में समिति के सदस्यों से चर्चा की और किसानों के लिए प्रारंभ किए गए इस सुविधा के संबंध में किसानों को अधिक से अधिक जानकारी देने की अपील की।
उन्होंने कहा कि नई आॅनलाईन टोकन व्यवस्था से किसानों को टोकन के लिए धान खरीदी केन्द्र आने की आवश्यकता नहीं होगी, जिससे भीड़ में कमी आएगी। इस दौरान नानगुर में मक्का उत्पादक किसानों से भी चर्चा की। ज्ञात हो कि जिले में 51239 पंजीकृत किसानों से धान खरीदी के लिए 72 खरीदी केन्द्र बनाए गए हैं। धान खरीदी के लिए जिले में बारदाने की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित की जा चुकी है। कांटा बाट, कम्प्यूटर, नमी मापक यंत्र सहित अन्य आवश्यक सामग्री का सत्यापन कर लिया गया है। धान खरीदी के दौरान धान के अवैध परिवहन, भंडारण और व्यापार पर नियंत्रण के लिए भी जांच नाका और उड़न दस्ता दलों का गठन किया गया है।
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