CG : आज से शुरू होगी धान की खरीदी, किसानों को मिलेगा लाभ, जानें कितना मिलेगा समर्थन मूल्य

रायपुर,01नवंबर। मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल( CM bhupesh baghel) ने प्रदेश में आज  से शुरू हो रहे धान खरीदी के महाभियान पर किसानों( farmers) और प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दी हैं। मुख्यमंत्री ने कहा है कि समर्थन मूल्य पर धान खरीदी सहित किसान हितैषी योजनाओं से प्रदेश में खेती-किसानी में नये उत्साह का संचार हुआ है। खेतों से दूर हो रहे किसान खेतों की ओर लौटे हैं और खेती का रकबा भी बढ़ा है।

यह भी पढ़े :-घर बैठे 5 वर्ष तक के बच्चों का मिलेगा आधार कार्ड, मुख्यमंत्री बघेल ने ट्वीट कर दी जानकारी

राज्योत्सव के साथ ही खरीफ विपणन वर्ष 2022-23 में प्रदेश के पंजीकृत किसानों से 01 नवम्बर 2022 से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी( paddy Purchase) शुरू होगी। इस वर्ष लगभग 110 लाख मीट्रिक धान का उपार्जन अनुमानित है। समर्थन मूल्य पर धान बेचने के लिए राज्य में 25.72 लाख किसानों का एकीकृत किसान पोर्टल में पंजीयन हुआ है, जिसमें लगभग 61 हजार नये किसान है। राज्य में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के लिए 2497 उपार्जन केन्द्र बनाए गए हैं। इस साल किसानों से सामान्य धान 2040 रूपए प्रति क्विंटल तथा ग्रेड-ए धान 2060 रूपए प्रति क्विंटल की दर से खरीदा जाएगा।

राज्य शासन द्वारा सभी आवश्यक तैयारियां एवं व्यवस्थाएं कर ली गई

खाद्य विभाग के सचिव  टोपेश्वर वर्मा ने बताया कि मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल की घोषणा के अनुरूप खरीफ विपणन वर्ष 2022-23 के लिए एक नवम्बर 2022 से धान ,खरीदी शुरू हो जाएगी। किसानों से सुगमतापूर्वक धान खरीदी के लिए राज्य शासन द्वारा सभी आवश्यक तैयारियां एवं व्यवस्थाएं कर ली गई है।

बॉर्डर पर चेकपोस्ट बनाए गए

पड़ोसी राज्यों से आने वाले धान को रोकने के लिए जिले के दूसरे राज्य और जिलों से लगे बॉर्डर पर चेकपोस्ट बनाए गए हैंऔर कोटवार, सहकारिता विभाग के पर्यवेक्षक, कृषि उपज मंडी के इंस्पेक्टर, परिवहन विभाग के कर्मचारी, फॉरेस्ट गार्ड, वन रक्षक सहित अन्य विभागों के कर्मचारियों की भी ड्यूटी लगाई है।

अब तक 25 लाख 23 हजार किसानों ने 29.42 लाख हेक्टेयर रकबे का पंजीयन

यह भी पढ़े :-तीन दिवसीय राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव और राज्योत्सव का आज होगा रंगा-रंग आगाज, मुख्यमंत्री बघेल करेंगे शुभारंभ

इस खरीफ वर्ष 2022-23 के लिए एक लाख 29 हजार नए किसानों ने एक लाख नौ हजार हेक्टेयर रकबे का नया पंजीयन कराया है। पिछले साल का मिलाकर अब तक 25 लाख 23 हजार किसानों ने 29.42 लाख हेक्टेयर रकबे का पंजीयन करा लिया है।