Chhath puja 2022: शुक्रवार को नहाय खाय के साथ आस्था के महापर्व छठ की शुरुआत होगी। यमुनापार छठ मनाने वाले लोगों के घरों में तैयारियां पूरी हो चुकी हैं, छठी मैया के गीत बजने लगे हैं। पिछले दो साल की तरह इस बार भी यमुनापार में यमुना के किसी भी तट पर छठ पूजा नहीं होगी, प्रशासन के अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को मंत्री कैलाश गहलोत के साथ हुई बैठक में यह स्पष्ट कर दिया है। पूजा की अनुमति जिला प्रशासन की ओर से बनाएं जा रहे अस्थायी छठ घाटों पर ही होगी।
छठ पूजा के लिए यमुनापार में करीब 70 अस्थायी घाट तैयार
छठ समितियां व्रतियों के आगमन को शानदार बनाने के लिए घाटों पर रेड कारपेट का इंतजाम कर रही हैं। जिला प्रशासन की ओर से यमुनापार में करीब 70 अस्थायी घाट छठ पूजा के लिए बनाएं गए हैं। सीमापुरी छठ पर्व आयोजन समिति के अध्यक्ष विद्या नंद ठाकुर ने कहा कि शुक्रवार से छठ शुरू हो रही है, पूर्वांचल के लोग बहुत उत्साहित हैं। घरों में पूजापाठ शुरू हो गई है। रविवार को पहला अर्घ्य है, समिति की ओर से घाट पर रेड कारपेट बिछाया जाएगा। मैत्रीय छठ पूजा समिति के उपेंद्र शर्मा ने कहा कि दिलशाद गार्डन में घाट तैयार हो चुका है, शनिवार को उसमें पानी भरा जाएगा।
सरकार व उपराज्यपाल के आदेश को लेकर गफलत में हैं लोग
कुछ दिनों पहले दिल्ली सरकार व बुधवार को उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने कुछ शर्ताें के साथ यमुना तट पर छठ पूजा करने की अनुमति दी थी। अनुमति मिलने के बाद लोगों ने यह मान लिया था कि वर्ष 2019 तक जिस तरह से यमुना तट पर पूजा होती थी, वैसे ही होगी। प्रशासन के सूत्रों का कहना है कि यमुना तट को लेकर जो आदेश हैं उसमें कहा गया है यमुना में किसी तरह की पूजन सामग्री नहीं डलनी चाहिए, इस आदेश का पालन करवाना प्रशासन के लिए संभव नहीं है।
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