दुर्गा पूजा कर लिए बीत गई दीपावली ,अब निगम को किसका इंतजार ,शहर की सड़कें जर्जर ,छठ घाट गंदगी से बेजार

कोरबा,25 अक्टूबर ।दुर्गा पूजा बीत गई मना लिए दिवाली । कुम्भकर्णीय नींद में सोई निगम प्रशासन को नहीं है लोगों की समस्याओं से सरोकार । जर्जर सड़कों ,गंदगी के बीच मनाएंगे पावन छठ पूजा का त्यौहार !जी हां नगर निगम की बेहद उदासीनता ,ठेकेदारों की भष्ट्र कार्यशैली की वजह स इस साल कुछ ऐसे ही आसार दिख रहे। बड़ी तादाद में शहर में निवासरत पूर्वांचलवासियों एवं आस्थावान अन्य उपासकों श्रद्धालुओं की भावनाओं से नगर निगम प्रशासन को कोई सरोकार नहीं है ।

शुक्रवार से शुरू होने जा रहा सूर्योपासना का 4 दिवसीय पर्व छठ पूर्वांचलवासी सहित समूचे जिलेवासी शहर में जर्जर सड़कों से जूझते हुए मनाएंगे। यही नहीं प्रमुख छठ घाट ढेंगुरनाला में बजबजाती गंदगी से जूझना पड़ेगा। पड़ताल में जहां शहर की सड़कें सीएसईबी चौक से बुधवारी निहारिका , कोसाबाड़ी चौक ,आईटीआई होते हुए सीएसईबी तक गढ्ढों से बेहाल नजर आई तो वहीं प्रमुख छठघाट ढेंगुरनाला गंदगी से बेजार नजर आई।पूरे छठघाट में गंदगी का आलम नजर आया।हालांकि हर साल निगम प्रशासन छठ पूजा के पर्व छठ घाट की सफाई जरूर कराती है ,लेकिन वो सफाई एक दो दिन पर्व ही कराती है।

आनन फानन में कराई गई सफाई कार्य में खानापूर्ति कर गंदगी के निशान छोंड़ दिए जाते हैं। जिसको लेकर हर साल अस्तांचल एवं उदीयांचल सूर्य को अर्घ्य देने वाले उपासकों सहित श्रद्धालुओं में निराशा एवं नाराजगी देखी जाती है। औद्योगिक जिला होने की वजह से एक बड़ी संख्या में पूर्वांचलवासी कोरबा में निवासरत हैं। जो उसी आस्था एवं उत्साह के साथ छठ पर्व मनाते हैं। पिछले कुछ वर्षों से कोरबा में जिला प्रशासन एवं निगम की कोशिश रही है कि इस पावन पर्व में लोगों को पूर्वांचल की तरह व उन्हें बेहतर सुविधाएं ,व्यवस्थाएं मुहैय्या कराकर जोड़ा जा सके। जिसमें छठघाटों के कायाकल्प,साफ सफाई से लेकर ,सड़कों की मरम्मत प्रमुख रूप से शामिल रहा है लेकिन इस बार के नजारे निश्चित रूप से अभी से उपासकों श्रद्धालुओं को हतोत्साहित करने वाले हैं।

बरसात पूर्व करोड़ों की लागत से हुई थी मरम्मत ,चंद माह में उखड़ी ,भाजपा के प्रदर्शन ,वर्षाकाल बीतने के बाद भी निगम बेसुध

यहां बताना होगा कि बरसात से पूर्व शहर के प्रमुख सड़कों की करोड़ों रुपए की लागत से मरम्मत कराई गई थी। लेकिन निगम के भष्ट्र सब इंजीनियर ,एसडीओ ,अधिकारियों के प्रश्रय में गुणवत्ता की ऐसी अनदेखी की गई कि चंद माह में सड़कों पर बिछी भ्रष्टाचार रूपी डामर की लेप उखड़ गई। जिसको लेकर आम जनता के साथ विपक्षी दल भाजपा ने 16 अगस्त को नेता प्रतिपक्ष के नेतृत्व में भीख मांगकर अनूठा प्रदर्शन कर जर्जर सड़कों की मरम्मत के लिए पैसे जुटाकर महापौर के नाम निगम में छोंड़कर विरोध जताया था। इस प्रर्दशन ने लोगों को बड़ी संख्या में जोड़ा था। लेकिन विपक्षी दल भाजपा का इसके बाद कोई बड़ा प्रदर्शन व बयान तक नहीं आया। जिसको लेकर तरह तरह के सवाल उठते रहे। यह तो रही बात प्रदर्शन की जिसको लेकर यह बयान सामने आए थे कि वर्षाकाल समाप्त होने (15 अक्टूबर )के बाद गारंटी अवधि वाके सड़कों की मरम्मत करा दी जाएगी। लेकिन इन दावों की भी हवा निकलती नजर आ रही। 25 अक्टूबर आ गया ,सारे प्रतिबंध हट गए लेकिन निगम के अफसरों सहित जनप्रतिनिधियों का शहर के मुख्यमार्गों की जर्जर सड़कों की ओर ध्यान नहीं गया। जिसका खामियाजा आम जनता भुगत रही है।

कब क्या पूजा

दिनांक -पूजा

28 अक्टूबर -नहाए खाए

29 अक्टूबर -खरना

30 अक्टूबर -अस्तांचल सूर्य को अर्ध्य

31 अक्टूबर को -उदीयांचल सूर्य को अर्ध्य

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