कांकेर ,23 अक्टूबर। सातवां आयुर्वेद दिवस के अवसर पर रविवार को आयुष पॉलीक्लीनिक कांकेर में जिला स्तरीय निःशुल्क आयुष चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया। हर दिन हर घर आयुर्वेद के विषय पर कार्यशाला एवं प्रदर्शनीय भी आयोजित की गई। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि संसदीय सचिव एवं विधायक शिशुपाल शोरी थे तथा अध्यक्षता नगर पलिका परिषद कांकेर के अध्यक्ष श्रीमती सरोज जितेन्द्र ठाकुर द्वारा की गई एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में मांझापारा के पार्षद श्रीमती आरती श्रीवास्तव मौजूद थी।
जिला स्तरीय आयुर्वेद चिकित्सा शिविर के अवसर पर अयोजित समारोह को संबोधित करते हुए संसदीय सचिव शिशुपाल शोरी ने कहा कि आयुर्वेद हमारे जीवन शैली का अभिन्न हिस्सा है, समय पर खाना, सोना और उठना, खान-पान की समाग्री, योगा इत्यादि से आयुर्वेद जुड़ा हुआ है। पहले आदमी का जीवनकाल सौ वर्ष का होता था, इसका मूल मंत्र आयुर्वेद है। आयुर्वेद हमें स्वस्थ्य जीवन का रास्ता बताता है। आयुर्वेद चिकित्सा शिविर आयोजित करने पर विभाग के डॉक्टरों को बधाई देते हुए उन्होंने कहा कि बीमार लोगों का अच्छा उपचार हो, जिससे वे अपने को निरोग महसूस करें। लोगों का सेवाभाव से ईलाज करने के लिए भी उनके द्वारा समझाईश दिया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए नगर पालिका परिषद कांकेर अध्यक्ष श्रीमती सरोज जितेन्द्र ठाकुर ने कहा कि निरोगी रहने के लिए सभी व्यक्ति आयुर्वेद को अपनाएं, यह हमारे भारतीय जीवन पद्धति का हिस्सा है। निःशुल्क आयुर्वेद चिकित्सा शिविर आयोजित करने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि शिविर में अधिक से अधिक लोगों को लाभान्वित करें। विशिष्ट अतिथि पार्षद श्रीमती आरती श्रीवास्तव ने आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति का अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार करने पर जोर देते हुए कहा कि यह हम सब के लिए बहुत फायदेमंद है। जिला आयुर्वेद अधिकारी डॉ. किरण तिग्गा द्वारा आयुर्वेद चिकित्सा शिविर के संबंध में विस्तार से जानकारी दिया गया।
जिला स्तरीय निःशुल्क आयुष चिकित्सा शिविर में आयुर्वेद के 192, होम्योपैथी के 187 एवं युनानी के 79 मरीजों का उपचार किया गया। शिविर में आयुर्वेद चिकित्सक डॉ एस.एच.विनोद, डॉ ओ.पी.अग्रवाल, डॉ आर.एन.तम्बोली , डॉ ज्योतिबाला हुमने, डॉ कांता नेताम, डॉ तेजकांत सोनकर, डॉ राहुल ठाकुर द्वारा मरीजों का उपचार किया गया। नंदकुमार सोनलोई, श्रीमती गायत्री दीखित, अभिजीत भक्त, हरिचन्द कोमरा, मनोज कुमार यादव, युवराज जैन, कंचन कोर्राम, राकेश साहू, गेंदलाल दुग्गा, परमेश कचलाम, तृष्णा साहू,भुनेश्वरी गनवीर निकेश उसेंडी, रंजीता सलाम,ईश्वरी शोरी इत्यादि के द्वारा सहयोग किया गया।
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