छत्तीसगढ़ के बाघमारा (सोनाखान) क्षेत्र में सोने का भण्डार मिला है। केंद्र सरकार ने 2016 में नीलामी के बाद इस खदान को वेदांता समूह को दिया था। सूत्रों की मानें तो 2700 किलोग्राम सोने के भंडार यहां से प्राप्त हुए है। छत्तीसगढ़ के गरियाबंद, महासमुंद और बस्तर जिले में पहले ही हीरे और सोने की मौजूदगी के संकेत मिले हैं।
भूपेश सरकार ने हीरे और सोने की खोज की शुरुवात भी की थी
बताते चलें कि नवंबर 2019 में भूपेश सरकार ने हीरे और सोने की खोज की शुरुवात भी की थी। इलाकों में सिल्वर और कॉपर की भी मिल सकते हैं। जीएसआई द्वारा किए गए अध्ययन चौकाने वाले हैं। कहा गया है कि महासमुंद जिले के बसना, चंद्रखुरी, बड़ा डोंगरी और जमनीडीह, चपिया गांव, शिशुपाल पहाड़ी क्षेत्र के लिमऊगुड़ा, जम्हारी, मल्दा, माल, साजापाली और कांदाडोंगरी, रूपाली धाम अंदुकुरी में सोना मिल सकता है।
लगभग 13 लाख कैरेट हीरों के दबे होने का अनुमान है
माना जा रहा है कि देश के कुल हीरा भंडार का 28.26 पर्सेंट प्रदेश में होने की संभावना है। छत्तीसगढ़ में लगभग 13 लाख कैरेट हीरों के दबे होने का अनुमान है। आने वाले दिनों में इसकी पुष्टि होती जायेगी। उर्दना, तारापुर, जैमुरा, कोड़ातराई, रेंगाली, देवलसुरा, तेतला व आसपास के क्षेत्रों में किए गए सर्वे में भी हीरे होने की संभावना है
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