कोरबा,20अक्टूबर | जिले के बांकीमोगरा में स्थित SECL के विभागीय अस्पताल परिसर में बिना टेंडर के कराए जा रहे निर्माण कार्य के दौरान दीवार गिरने से मजदूर की मौत हो गई। मृतक का नाम खंभन दास दिवाकर था, जो कटाइनार का रहने वाला था। फिलहाल पुलिस जांच में जुट गई है।
जानकारी के मुताबिक, कटाइनार निवासी खंभन दास दिवाकर और मनहरण दास 400 रुपए प्रतिदिन की मजदूरी पर SECL अस्पताल बांकीमोगरा के पीछे बने जर्जर भवन में मरम्मत का काम कर रहा था। जानकारी मिली कि बिल सेक्शन से संबंधित कर्मचारी गोपनीय तरीके से उनसे ये काम करा रहा था। इसकी जानकारी अधिकारियों को नहीं थी। काम के दौरान ही दीवार का एक हिस्सा गिर गया और उसकी चपेट में आने से खंभन दास दिवाकर गंभीर रूप से जख्मी हो गया। एसईसीएल अस्पताल में हुई घटना के बावजूद यहां पर उसे इलाज नहीं मिल सका और उसे जिला अस्पताल भेज दिया गया, जहां उसकी मौत हो गई।
प्रत्यक्षदर्शी मनहरण दास ने बताया कि हॉस्पिटल के पीछे एक जर्जर भवन था, जिसकी मरम्मत कर उसका नवीनीकरण करना था। इस दौरान खंभन दीवार का एक हिस्सा गिरने से उसके नीचे दब गया। उसे तत्काल बाहर निकाला गया, लेकिन एसईसीएल के विभागीय अस्पताल ने उसे भर्ती करने से मना कर दिया। उसका कहना है कि अगर उसे वहां भर्ती कर लिया जाता, तो उसकी जान बच सकती थी। इस घटना के बाद अस्पताल प्रबंधन ने कोई सहायता नहीं दी और ना ही काम कराने वाले कर्मचारी दीपक जोशी ने ही कोई रुचि दिखाई। इस स्थिति में पीड़ित को ऑटो से जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया।
मृतक के पुत्र राजेश दास दिवाकर ने बताया कि उसे फोन पर ही पिता की मौत की सूचना मिली। उसने अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगाया है। वहीं जब मजदूर से काम करा रहे SECL हॉस्पिटल के क्लर्क दीपक जोशी से बात की गई, तो उसने बताया कि घटना की जानकारी उसे नहीं है। चूंकि वो उसके घर में पहले भी काम कर चुका था, तो उसे यहां भी काम के लिए कहा गया था, लेकिन वो कब आया, इसकी जानकारी नहीं है।
जिला अस्पताल पुलिस चौकी प्रभारी रविंद्र जनार्दन ने बताया कि जिला अस्पताल से मिले मेमो के आधार पर शव का पंचनामा कार्रवाई करते हुए पोस्टमॉर्टम कराया गया है। मृतक के परिजनों का बयान दर्ज किया गया है, मामले की जांच की जा रही है।
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