बिलासपुर,20 अक्टूबर I छत्तीसगढ़ के एक डॉक्टर की करतूत सामने आई है जहां डॉक्टर खुद को एंटी करप्शन ब्यूरो का अधिकारी बताकर मेडिकल स्टूडेंट से लाखों रुपए की ठगी कर रहा था. आरोपी डॉक्टर ने छात्रा और उसके पिता को सरकारी नौकरी लगाने का झांसा दिया और पैसे लेकर गायब हो गया. छात्रा की शिकायत पर पुलिस ने धोखाधड़ी का केस दर्ज कर लिया है.
मामला सिविल लाइंस क्षेत्र का है. बताया जा रहा है कि आरोपी डॉक्टर के खिलाफ पहले से कई मामले दर्ज हैं . बताया जा रहा है कि आरोपी डॉक्टर ने ओडिशा के मयूरगंज निवासी पल्लवी पांडा को बड़े पद पर सरकारी नौकरी का लालच दिया. छात्रा बिलासपुर के निजी कॉलेज में BHMS (होम्योपैथी) की पढ़ाई कर रही है.
छात्रा इस दौरान नेहरू नगर स्थित श्रीशंकर रेकी सेंटर में आना-जाना करती थी, जहां पर रेकी सेंटर के संचालक थालेश्वर प्रसाद शर्मा लोगों का उपचार करते थे और उसे रेकी विद्या सिखाते थे. आरोपी डॉक्टर ने खुद को एंटी करप्शन ब्यूरो का अधिकारी बताकर किसी की भी सरकारी नौकरी लगवाने का झांसा दिया.
छात्रा रेकी डॉक्टर की बातों में आकर फंस गई और उसे मेडिकल ऑफिसर और उसके पिता को चीफ मेडिकल ऑफिसर के पद पर नौकरी लगवाने की बात कही. डॉक्टर ने इसके एवज में छात्रा से 15 लाख की मांग की. तब उसने और उसके पिता ने किस्तों में उसे 9 लाख से ज्यादा रुपए दे दिए.
जब लंबे समय तक उनकी नौकरी नहीं लगी तो उन्होंने डॉक्टर से संपर्क किया लेकिन डॉक्टर ने उनका फोन उठाना बंद कर दिया. जानकारी जुटाने पर छात्रा को मालूम चला कि डॉक्टर ने कई लोगों के साथ भी इस तरह की ठगी की है. छात्रा ने इसकी शिकायत पुलिस में दर्ज करवा दी है और पुलिस पूरे मामले की छानबीन कर रही है.
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