कांकेर : स्व. मंडावी का आज शायं चार बजे राजकीय सम्मान के साथ होगा अंतिम संस्कार

कांकेर, 16 अक्टूबर। विधानसभा उपाध्यक्ष और भानुप्रतापपुर के विधायक मनोज मंडावी का निधन रविवार सुबह हो गया। शनिवार देर रात बेचैनी और सीने में तकलीफ के बाद मनोज मंडावी के गृहग्राम नथिया नवागांव जिला कांकेर स्थित उनके निज निवास में रविवार सुबह उन्हें हृदयाघात हुआ। जिसके तत्काल बाद उन्हें धमतरी के अस्पताल लाया गया, यहां पर परीक्षण के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। आज सुबह 9 बजे उनके पार्थिव देह को गृहग्राम ले जाया गया जहां आज उनका अंतिम संस्कार किया जायेगा। मंडावी के निधन की खबर सुनते ही आबकारी मंत्री कवासी लखमा, महिला व बाल विकास मंत्री अनिला भेंड़िया उनके निवास स्थान पहुंचकर उनके शोकाकुल परिवार को ढ़ाढस बंधाया। रविवार शाम 4 बजे राजकीय सम्मान के साथ स्व.मंडावी का अंतिम संस्कार किया जाएगा।

राज्यपाल अनुसुईया उइके, मुख्यमंत्री भूपेश, विधानसभा अध्यक्ष डॉ.चरण दास महंत सहित अन्य मंत्रियों, विधायकों ने विधानसभा उपाध्यक्ष मनोज सिंह मंडावी के निधन पर गहरा दुख प्रकट किया है। राज्य शासन द्वारा स्व.मनोज मंडावी के निधन पर एक दिन के राजकीय शोक की घोषणा की गई है। विधानसभा उपाध्यक्ष मनोज मंडावी के निधन पर पीसीसी अध्यक्ष मोहन मरकाम और उनकी पूरी कार्यकारिणी सहित विपक्ष के नेताओं ने भी शोक व्यक्त किया है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार विधानसभा उपाध्यक्ष और भानुप्रतापपुर के विधायक मनोज मंडावी हार्ट से संबंधित परेशानियों से जूझ रहे थे। इसके इलाज के लिए सोमवार को चेन्नई जाने वाले थे। लेकिन जाने से पहले ही रविवार सुबह उनकी तबियत बिगड़ी और अस्पताल ले जाने की तैयारी की जा रही थी पर अस्पताल पहुंचने से पहले मनोज मंडावी की सांसे थम गई। फिर धमतरी के निजी अस्पताल में उन्हें मृत घोषित कर दिया।

उल्लेखनीय है कि, राज्य निर्माण के बाद प्रथम मुख्यमंत्री अजीत जोगी के शासन में पीडब्ल्यूडी और नगरीय प्रशासन विभाग की जिम्मेदारी संभाला था। मनोज मंडावी 3 बार के विधायक थे, वर्ष 2018 विधानसभा चुनाव में उन्होंने भाजपा के प्रत्याशी देवलाल दुग्गा को 27 वोट से पराजित कर चुनाव जीता था। अपने क्षेत्र में विधायक मनोज सिंह मंडावी काफी लोकप्रिय थे, यही वजह है कि भानुप्रतापपुर विधानसभा सीट से लगातार दूसरी बार मनोज सिंह मंडावी विधायक बने, उनके निधन के बाद से पूरे भानुप्रतापपुर में मातम छाया हुआ है।

मनोज मंडावी का राजनीतिक सफर- मनोज मंडावी का जन्म 14 नवंबर 1964 को एक साधारण परिवार में हुआ था। राजनीतिक जीवन की शुरुआत 90 के दशक में युवा कांग्रेस में सक्रिय थे। मध्यप्रदेश युवा कांग्रेस के उपाध्यक्ष थे, 1998 में वे पहली बार वे म.प्र. विधानसभा के सदस्य निर्वाचित हुए। वर्ष 1998-2000 सदस्य- एस.सी., एस.टी., परिवहन, आदिवासी मंत्रणा समिति मध्यप्रदेश शासन बने। वर्ष 2000 में राज्यमंत्री गृह, जेल, परिवहन, लोक निर्माण, नगरीय प्रशासन, विधि विधायी, आवास, विमानन-अध्यक्ष, छत्तीसगढ़ आदिवासी विकास परिषद बने। वर्ष 2013 में दूसरी बार छत्तीसगढ़ विधान सभा के सदस्य निर्वाचित हुए। वर्ष 2018 में तीसरी बार मनोज मंडावी ने 26693 वोटों से जीत दर्ज की थी। वर्ष 2019 से उपाध्यक्ष, छत्तीसगढ़ विधान सभा बने।