कवर्धा,15 अक्टूबर। वन, परिवहन, आवास पर्यावरण, विधि विधायी एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री मोहम्मद अकबर शनिवार को एक दिवसीय प्रवास पर कबीरधाम जिले के सहसपुर लोहारा पहुंचे। उन्होंने सहसपुर लोहारा में आयोजित कार्यक्रम में ग्राम तिलाईभाट के 185 भूमिधारक किसानों को किसान किताब का वितरण किया। किसान पुस्तिका मिलते ही किसानों के चेहरे खिल उठे। किसानों ने किसान पुस्तिका मिलने पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और केबिनेट मंत्री अकबर का आभार जताया। मंत्री अकबर ने कहा कि किसानों के हित के लिए राज्य शासन प्रतिबद्ध है। शासन द्वारा किसानों के हित के लिए लगातार कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि नवीन किसान किताब के मिलने से भूमिधारक किसानों को खेती किसानी के लिए ऋण सहित अन्य कार्यों में कोई समस्या नहीं होगी। इससे किसानों को लाभ होगा। किसान अपने खेत के फसल को आसानी से बेच सकते हैं। उन्होंने कहा कि नवीन राजस्व सर्वेक्षण के उपरांत तैयार राजस्व अभिलेख अनुसार ग्राम तिलाईभाठ के किसानों को किसान किताब प्रदान की गई है।
प्रदेश व्यापी मुख्यमंत्री भेंट मुलाकात कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को किसानों से किसान किताब के लिए आवेदन प्राप्त हुए थे। जिसके लिए उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए थे। अधिकारियों द्वारा निर्देशों पर कार्रवाई करते हुए किसान किताब बनाने के कार्य को तत्काल किया गया। इसी तरह केबिनेट मंत्री मोहम्मद अकबर निर्देश पर किसानों के समस्यायों को दूर करने के लिए जिलें के वनांचल क्षेत्रों में जनचौपाल, राजस्व शिविर का आयोजन किया गया। जहां किसान पुस्तिका के आवेदन भी प्राप्त हुए थे। मंत्री मोहम्मद अकबर के निर्देश पर इसमें कार्रवाई करते हुए सर्वे कर किसान किताब बनाया गया है। जिससे किसानों को लाभ प्राप्त हो सकें। इस अवसर पर जनपद अध्यक्ष श्रीमती लीला धनुक वर्मा, अशोक चोपड़ा, गब्बर खान, भगवान सिंह पटेल, श्रीमती गंगोत्री योगी, कृषि उपज मंडी अध्यक्ष नीलकंठ साहू, उपाध्यक्ष चोवा साहू सहित जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।
केबिनेट मंत्री मोहम्मद अकबर द्वारा सहसपुर लोहारा के ग्राम तिलाईभाट के 185 भूमिधारक किसानों को किसान किताब का वितरण किया। इन किसानों में अनूप, अमर, अमृत, अमर सिंह, अंजोरी, अशोक, अरसू, आनंद, ओम प्रकाश, इतवारी, उमेद वर्मा, उत्तम, कन्हैया, कमल, केसरी वर्मा, कार्तिक, कमलीता, किशुन, कीर्तन, कुमार, कुंवर सिंह, कृष्णा, गजराबाई, गणेश, गिरधारी, गणेश, गणेशया, गली परिहा, गोकरण, गोरे, गोविंद, गोकरन, गोतर, गोपी, गौतर, चमरू, जनक, जहलू, जगराखन, जयराम, जगदीश, जगमोहन, जयराम, जनक, जयलाल, जीवन, जोगीराम, ठुमुकलाल, डोमार, ढेलसिंह, तोरण, तिजलाल, दशरथ, दफे, दानसिंह, दानी, दिलहरण, देवराज, देवनारायण, धनुक, धन्नूलाल, धनेश, धूरसिंग, धनीराम, धरम, नारायण, नारद, नारायण, परषोत्तम, पार्वती, परस, पनटोरिन, प्यारेलाल, प्रेमबाई, फगनू, फेरहादास, फुलबाई, बजरहा, बलदेव, बहलू बुधर, बोधन, बिसाहू, बिसेलाल, बैसाखिन, ब्रम्हा, बठू, बशी, भरत, भगत, भगवानी, भूतेश्वर, भगवानी, भोजराम, भेखत, भेदू, मनराखन, मनहरण, मनक, महादेव, मन्नू, महाजन, मनोज, मढैया, मिलौतीन, मनीराम, मानलाल, महेश, मांधी, मोती, मंदिर गोपाल कृष्ण सरवराकर, मेहतर, मंगलसिंग, मोहन, रजे, रज्जाक, रमेश, राजबती, राम, राधाबाई, राधाकृष्णा मंदिर सरवराकर भगवानदास, राधेश्याम, रामजी, रामप्रसाद, राजाराम, रामनाथ, रामकुमार, रामजी, रामेश्वर, रामरतन, रेखचंद, पीतम, लुरसिंग, लखन,लच्छी, लक्ष्मण, ललित, लालदास, विश्वनाथ, विष्णु, बिरेन्द्र, शिवकुमार, शिवनारायण, शिवबती, शिशुपाल, योगेश ना.बा., योगेश, शंकर, शेरसिंह, सुखनंदन, सचिन, सजला, साधु, सुरेश, सुन्दर, सुखी, सुनील, सुखनंदन, सुभाष, सुखराजी, सीताराम, सीतला, सतराम, संतोषी, संजू और हरि को किसान किताब का वितरण किया गया।
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