सुकमा, 15 अक्टूबर। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में शुक्रवार को सीआरपीएफ डीजी एसएल थाउसन व छत्तीसगढ़ डीजीपी अशोक जुनेजा ने शुक्रवार को नक्सल गतिविधियों पर अंकुश लगाने की रणनीति को लेकर को सीआरपीएफ डीआईजी कार्यालय में एक अहम बैठक हुई। इस बैठक में एडीजी सीआरपीएफ नितिन अग्रवाल, एडीजी छत्तीसगढ़ विवेकानंद सिन्हा, आईजी छत्तीसगढ़ सेक्टर साकेत कुमार सिंह, आईजी बस्तर पी सुंदरराज, सुकमा एसपी सुनील कुमार व बीजापुर एसपी आंजनेय वार्ष्णेय मौजूद रहे।
प्राप्त जानकारी के अनुसार गुरुवार को सीआरपीएफ डीजी एसएल थाउसन घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र में स्थिति एलमागुंडा कैम्प पर हेलीकॉप्टर से पहुंचे। डीजी एसएल थाउसन ने एलमागुंडा कैंप में ही रात्रि विश्राम किया। सीआरपीएफ डीजी को गुरुवार को पोटकपल्ली कैम्प पर जाना था, लेकिन मौसम खराब होने के कारण हेलीकॉप्टर पोटकपल्ली कैम्प में नहीं उतर पाया। जिसके बाद उन्होंने शुक्रवार को पोटकपल्ली कैम्प जाकर नक्सल मोर्चे पर तैनात जवानों का मनोबल बढ़ाया। वहीं इस महत्वपूर्ण बैठक में शामिल होने के लिए डीजीपी अशोक जुनेजा शुक्रवार को हेलीकॉप्टर सुकमा पहुंचे। जिसके बाद डीआईजी कार्यालय में उच्च अधिकारियों की एक बैठक ली गई। वही इस बैठक में नक्सलवाद के खिलाफ चलाए जा रहे हैं ऑपरेशन का समीक्षा किया गया एवं आने वाले समय में नक्सलवाद के खिलाफ रणनीति तैयार करने को लेकर चर्चा की गई।
एसपी सुनील शर्मा ने बताया कि उच्च अधिकारियों ने नक्सल अभियान को लेकर बैठक ली, जिसमें अभी तक हुए सभी प्रकार की गतिविधियों पर विश्लेषण किया गया साथ ही भविष्य में नक्सल गतिविधियों पर किस प्रकार की रणनीति होनी चाहिए, ताकि इस क्षेत्र को जल्द से जल्द नक्सल मुक्त किया जा सकें इस पर चर्चा हुई। राज्य पुलिस व केंद्रीय पुलिस के मध्य समन्वय व बेहतर तालमेल के लिए और क्या कदम उठाए जा सकते हैं, इस विषय पर उस चर्चा की गई।
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