रायपुर,14 अक्टूबर । प्रवर्तन निदेशालय द्वारा गिरफ्तार किए गए IAS अधिकारी समीर विश्नोई ने एजेंसी पर मामला गढ़कर फंसाने का आरोप लगाया है. वहीं दूसरी ओर समीर विश्नोई की पत्नी प्रीति विश्नोई ने डीजीपी को पत्र लिखकर ईडी के अधिकारियों पर फंसा देने की धमकी देकर दस्तावेजों में हस्ताक्षर करवाने की बात कही है. प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने आईएएस समीर बिश्नोई, सुनील अग्रवाल और लक्ष्मीकांत तिवारी को अपर सत्र न्यायाधीश अजय सिंह राजपूत की अदालत में पेश किया. ईडी तीनों आरोपियों का एक सप्ताह का ट्रांजिट रिमांड मांग रही है. वहीं दूसरी ओर अदालत में आईएएस समीर बिश्नोई की ओर से वकील एसके फरहान, लक्ष्मीकांत तिवारी के लिए फैजल रिजवी और कारोबारी सुनील अग्रवाल के लिए दिल्ली से आए विजय अग्रवाल पैरवी कर रहे हैं. उधर दूसरी ओर प्रवर्तन निदेशालय द्वारा गिरफ्तार किए गए IAS अधिकारी समीर विश्नोई की पत्नी प्रीति विश्नोई ने डीजीपी को पत्र लिखा है. बताया कि देवेंद्र नगर के आफिसर्स कॉलोनी स्थित उनके निवास में 11 अक्टूबर को लगभग सुबह 5.30 से 6.00 बजे के मध्य लगभग 15-20 लोग अचानक मेरी बिना अनुमति व सहमति में प्रवेश कर लिया. पूछने पर उन्होंने बिना कोई जवाब दिए घर के सामान को उलट-पुलट करने लगे, उसी समय मेरे पति भी पहुंच गए. उनके पूछने पर एक व्यक्ति ने अपना नाम ऋषि वर्मा बताते हुए ईडी विभाग से आने की बात कही. इस पर हमने आने की वजह पूछने पर उन लोगों ने हमारे साथ बदतमीजी करते हुए मुझसे और मेरे पति से मोबाइल फोन ले लिया. हमने ऋषि वर्मा एवं उसके सहयोगियों से विधिवत तरीके से ईसीआईआर और शेड्यूल एफआईआर की कापी देने की बात कही. इस पर उन्होंने इसको देने के लिये बाध्य नहीं होने की बात कहते हुए मुझसे एवं मेरे पति से घर में दबाव डालकर कई दस्तावेजों पर हस्ताक्षर लिये गए. इसके पश्चात अगले दिन 12 अक्टूबर को ऋर्षि वर्मा एवं उनके साथी मुझे और मेरे पति को अपने वाहन में ले जाने लगी. इस पर ऋषि वर्मा एवं उनके सहयोगियों से हमने आग्रह किया, कि घर में दो छोटे-छोटे बचे के लिए कोई नहीं हैं. इस पर भी हमारी बात नहीं सुनते हुए हमें जबरन पचपेढ़ीनाका स्थित आफिस में ले जाया गया. ऑफिस में उन लोगों ने मुझे एवं मेरे पति पर जबरन दबाव डालते हुए कहा कि हम जो बात बोल रहे हैं, वैसी ही बात आपको जेडी सर और आहूजा सर को बयान देकर बताना होगा. बयान देने से इंकार करने पर ऋषि वर्मा और उसके सहयोगियों ने बताये अनुसार बयान नहीं देने पर तुम लोगों और तुम्हारे परिवारवालों को जिंदगी भर के लिये जेल में सड़ा देने की धमकी दी. इस पर मैं और मेरे पति अत्यंत भयभीत हो गए.
बीच वहाँ हेमन्त नाम के अधिकारी वहाँ आये, जिन्होंने अपना परिचय ईडी के डिप्टी डायरेक्टर के रूप में देते हुए मेरे पति समीर विश्नोई को जबरन बयान देने की बात का दबाव डालकर उनका कैरियर बर्बाद करने की धमकी दी गई. इसके साथ ऋषि वर्मा और उसके सहयोगियों ने मुझे एवं मेरे पति को धमकी दी कि यदि आप लोग हमारे दिये दस्तावेजों में हस्ताक्षर नहीं किये तो हम लोग आपके परिवार में जितने भी लोग हैं सबको झूठे मामले में फंसा देंगे. प्रीति ने इस पर अपने और पति समीर के अत्यंत भयभीत होने की बता कहते हुए ऋषि वर्मा और उसके सहयोगियों के उससे और पति समीर से कई दस्तावेजों में धमकी देकर जबरन हस्ताक्षर करवाने की बात कही. डिप्टी डायरेक्टर हेमन्त ने भी मुझे एवं मेरे पति को धमकी दी कि आप लोग हमारे बताये अनुसार कथन दे दें तथा सरकारी गवाह बन जाये नहीं तो हम लोग आपको जेल में सड़ा देंगे. इस पर हम लोगों ने इंकार किया. इस दौरान मुझे एवं मेरे पति को भूखा-प्यासा रखा गया.
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