कोरबा : बुलेट नही दिलाए जाने पर छात्र ने रच डाली अपहरण की कहानी, मानिकपुर पुलिस की तत्परता से छात्र को पकड़ा गया

कोरबा, 13 अक्टूबर । यूं तो हर माता-पिता के अपने बच्चों को लेकर कुछ सपने होते हैं वे अपनी जिंदगी का सारा वक्त अपने बच्चों के करियर के लिए कुर्बान कर देते हैं । लेकिन आज के इस दौर में ज्यादातर देखने को मिल रहा है कि बच्चे अपने पेरेंट्स की भावनाओं के साथ खिलवाड़ करते नजर आ रहे हैं । ऐसा ही एक मामला मानिकपुर चौकी के अंतर्गत सामने आया है जहां पुत्र द्वारा बुलेट वाहन की मांग करने पर पिता ने बुलेट वाहन नहीं दिलाई तो पुत्र ने खुद के अपहरण की झूठी कहानी रच डाली। इस घटना की जानकारी मिलने के कुछ समय के बाद ही पुलिस ने उसे पत्थलगांव से बरामद कर लिया। अपने परिजनों को डराने के लिए छात्र मोबाईल पर मैसेज भी भेज रहा था। छात्र को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तब उसने खुद को अगवा करने की बात कुबूल ली।

कच्ची उम्र में बुलेट वाहन का शौक पाले स्कूली छात्र की मांग जब पिता ने पूरी नहीं की तब छात्र ने खुद के ही अपहरण की झूठी कहानी रच डाली और पुलिस के साथ ही परिजनों को परेशान करने लगा। हालांकि पुलिस ने चतुराई दिखाई और छात्र को पत्थलगांव से बरामद कर लिया। मानिकपुर चैकी क्षेत्र में रहने वाला 11 वर्षीय छात्र अपने पिता से बुलेट वाहन की मांग कर रहा था। लेकिन पिता ने वाहन चलाने की उम्र सही नहीं होने कारण उसकी मांग को पूरा करने में खुद को अक्षम बताया,पिता की इस हरकत से छात्र नाराज हो गया और खुद के अपहरण की झूठी कहानी रच डाली। परिजनों को परेशान करने छात्र द्वारा मोबाईल में परिजनों को डरावने मैसेज भी भेज रहा था। पुलिस को जब इस बात की जानकारी मिली तब तत्पतरा दिखाते हुए मोबाईल लोकेशन के आधार पर उसका पीछा किया और पत्थलगांव से उसे दस्तियाब कर लिया।

छात्र का बयान लेकर पुलिस ने उसे परिजनों के सुपूर्द कर दिया। पुलिस ने छात्र को काफी देर तक समझाया,कि दिखावे में आकर परिजनों से अनुचित मांग नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से परिणाम सकारात्मक नहीं आते। पुलिस की बात सुनकर छात्र भी मान गया और परिजनों का कहना मानने की बात पर सहमति जताई।

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