ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में आयोजित खेलों में बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक ले रहे भाग

नारायणपुर,10अक्टूबर। मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप छत्तीसगढ़ के पारम्परिक व स्थानीय खेलों को बढ़ावा देने जिले के ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में ‘‘छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक‘‘ का आयोजन किया जा रहा है। जिसमे बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक सभी बड़े ही उत्साह के साथ इन खेलों में भाग ले रहे हैं। कलेक्टर ऋतुराज रघुवंशी के मार्गदर्शन में जिले में 11 अक्टूबर तक विभिन्न ग्रामों और शहरी क्षेत्रों में राजीव गांधी युवा मितान क्लब स्तर पर खेल प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। जिसमे सभी वर्गों की भागीदारी नजर आ रही है।

ग्रामीण बुजुर्गों ने ‘‘छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक‘‘ को बहुत अच्छी पहल बताते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार खेलों के आयोजन से अब फिर से हम लोग अपने स्थानीय खेलों को खेल रहे हैं, जिससे एक नए उत्साह भरे माहौल का निर्माण गांव में हुआ है। अब बच्चे व आने वाली पीढ़ियां भी हमारे पुराने समय से चलते आ रहे स्थानीय खेलों के प्रति जागरूक होंगे।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा 6 अक्टूबर को प्रदेश स्तर पर छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक की शुरुआत की गई है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पहल पर छत्त्तीसगढ़ की संस्कृति से लोगों को जोड़ कर रखने व स्थानीय खेलकूद को बढ़ावा देने के लिए ‘‘छत्तीसगढ़िया ओलंपिक‘‘ का आयोजन 6 अक्टूबर से 6 जनवरी 2023 तक किया जा रहा है। इसके अंतर्गत दलीय एवं एकल श्रेणी में 14 प्रकार के पारम्परिक खेलों को शामिल किया गया है, जिसमें 18 वर्ष से कम, 18 से 40 वर्ष एवं 40 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लोग शामिल हो रहे हैं।

इस खेल प्रतियोगिता के अंतर्गत छत्तीसगढ़ के पारंपरिक खेल जैसे-गिल्ली डंडा, पिट्टूल, संखली, लंगड़ी दौड़, कबड्डी, खो-खो, रस्साकसी, बाटी (कंचा), बिल्लस, फुगड़ी, गेड़ी दौड़, भंवरा, 100 मीटर दौड़, लम्बी कूद इत्यादि में महिला, पुरूष प्रतिभागी उत्साह के साथ भाग ले रहे हैं। यह प्रतियोगिता गांव से लेकर राज्य स्तर तक 6 स्तरों पर होगा। जिसकी शुरूआत राजीव युवा मितान क्लब स्तर से हुई है, इसके बाद जोन स्तर, फिर विकासखण्ड, नगरीय क्लस्टर स्तर, जिला, संभाग और अंतिम में राज्य स्तर पर खेल प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी।

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