चुनाव जीतने पर उदयपुर घोषणापत्र के प्रस्ताव को करेंगे लागू : मल्लिकार्जुन खड़गे

नई  दिल्ली ,09अक्टूबर। कांग्रेस के अध्यक्ष पद के लिए उम्मीदवार मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि अगर वह चुनाव जीतते हैं तो वह पार्टी के 50 प्रतिशत पदों की पेशकश 50 साल से कम उम्र के लोगों को करने के उदयपुर घोषणापत्र के प्रस्ताव को लागू करेंगे। खड़गे का यह बयान इन सुझावों के बीच आया है कि कांग्रेस का नेतृत्व एक युवा नेता द्वारा किया जाना चाहिए। खड़गे ने संवाददाताओं से कहा, यह कांग्रेस में पद को लेकर नहीं है। कई लोग जो छोड़कर चले गए, वे ईडी (प्रवर्तन निदेशालय), सीबीआई (केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो) और आयकर विभाग के भय से गए। युवाओं के लिए, जैसा कि मैंने कहा है, उदयपुर घोषणापत्र में, हमने 50 प्रतिशत सीटें 50 साल से कम आयु के लोगों को देने का वादा किया था और मैं वह करूंगा। जब हर कोई मुझे इस पद पर देखना चाहता है, मैं उन्हें धन्यवाद देता हूं।

खड़गे इस चर्चा को लेकर पूछे गए एक सवाल उत्तर दे रहे थे कि 80 वर्षीय खड़गे, 75 वर्ष की सोनिया गांधी की जगह ले रहे हैं और कांग्रेस का नेतृत्व एक युवा नेता को करना चाहिए। खड़गे कांग्रेस के अध्यक्ष पद के लिए अपने प्रचार अभियान के तहत हैदराबाद में थे। तेलंगाना में सत्तारूढ़ तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) द्वारा अपना नाम बदलकर भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) करने और राष्ट्रीय स्तर पर उतरने का निर्णय करने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि कई क्षेत्रीय दलों ने स्वयं को ‘अखिल भारतीय’ नाम दिया है। उन्होंने कहा कि वह उदयपुर घोषणापत्र को लागू करने के लिए प्रयास करेंगे। खड़गे ने अपने दौरे के दौरान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्यों को संबोधित किया।

इस बीच खड़गे ने अमरावती में इसको लेकर खेद व्यक्त किया कि गांधी परिवार से कोई भी पार्टी अध्यक्ष पद के लिए नहीं चुनाव नहीं लड़ रहा है और कहा कि वह पार्टी में सभी की सलाह पर यह चुनाव लड़ रहे हैं। कांग्रेस के अध्यक्ष पद के लिए अपने प्रचार अभियान के तहत, खड़गे ने विजयवाड़ा में आंध्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मुख्यालय का दौरा किया। खड़गे ने कहा कि वह कर्नाटक की राजनीति में लंबे समय तक रहे हैं और मौजूदा पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी की सलाह पर 2009 में लोकसभा चुनाव लड़ा था। खड़गे ने आंध्र प्रदेश के कांग्रेस नेताओं को संबोधित करने के बाद संवाददाताओं से कहा, कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए चुनाव अपरिहार्य हो गया क्योंकि सोनिया गांधी, राहुल और प्रियंका ने इस पद को स्वीकार करने से इनकार कर दिया। इसलिए मैं पार्टी में सभी की सलाह पर अध्यक्ष पद के लिए मैदान में उतरा हूं।’’

उन्होंने कहा, मैंने केंद्रीय श्रम एवं सामाजिक न्याय मंत्री के रूप में कार्य किया। उन्होंने लोकसभा में कांग्रेस पार्टी के नेता के रूप में अपने कार्यकाल का भी उल्लेख किया। उन्होंने पार्टी नेता राहुल गांधी के चल रहे पैदल मार्च को ‘भारत तोड़ो यात्रा’ बताने पर आपत्ति जताई। खड़गे ने कहा, ‘‘यह वास्तव में भारत जोड़ो यात्रा है। यह भाजपा है जो जाति और धर्म के नाम पर देश को बांट रही है। उन्होंने सवाल किया कि क्या भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) या राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के नेताओं ने देश के लिए कुछ भी बलिदान किया है।

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