0.ग्रामीणों में भी दहशत, हाथियों को उचित जगहों पर खदेड़ने की मांग
धमतरी, 9 अक्टूबर। प्रशिक्षण लेकर वापस लौट रही महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता का सामना दो दंतैल हाथियों से सड़क पर हो गया। स्कूटी छोड़कर स्वास्थ्य कार्यकर्ता गांव की ओर जान बचाकर भागी। वहीं हाथियों से ग्रामीणों में दहशत है। क्षेत्र के जनप्रतिनिधि व ग्रामीणों की मांग है कि इन हाथियों को यहां से भगाने वन विभाग कोई उपाय करें, ताकि ग्रामीण स्वतंत्र रूप से जीवनयापन कर सके।
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अकलाडोंगरी में एक महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता पदस्थ है। स्वास्थ्य विभाग के पुष्पेंद्र ज्वाला ग्रामीण चिकित्सा सहायक ने शनिवार को जानकारी देते हुए बताया कि महिला स्वास्थ्य कर्मचारियों इन दिनों गुजरा सीएचसी में ट्रेनिंग हो रही है। महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता प्रशिक्षण लेकर सात अक्टूबर को शाम चार बजे वापस आ रही थी, तभी अकलाडोंगरी के पास दो हाथी सामने आ गए। दहशत में स्वास्थ्य कार्यकर्ता स्कूटी से गिर गई। जान बचाने स्कूटी को वहीं छोड़कर दौड़ते हुए पास के गांव में पहुंची। इस घटना के बाद से स्वास्थ्य कार्यकर्ता दहशत में है। उन्होंने कहा कि वह जंगल के गांवों में ड्यूटी करती है, ऐसे में इन दिनों हाथी कब कहां से आ जाए, कुछ कहा नहीं जा सकता। ऐसे में उन्होंने वन विभाग से मांग की है कि हाथियों को यहां से भगाने कुछ पहल की जाए, ताकि कर्मचारी व ग्रामीण सुरक्षित रहे।
रामसत्ता कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे हाथी
डुबान क्षेत्र के ग्राम बरबांधा में सात अक्टूबर को हाथी घूमते रहे। रात में कांकेर जिले के ग्राम देवीनवागांव पहुंच गए। यहां गली में प्रवेश कर गांव में आयोजित रामसत्ता कार्यक्रम स्थल पर पहुंच गए। ग्रामीणों में हड़कंप मच गया। सभी लोग वहां से आनन-फानन में भागे। गांव की गलियों में घूमने के बाद हाथी चले गए। वहीं आठ अक्टूबर को दोनों हाथी ग्राम मोंगरागहन में देखे गए हैं। दो दंतैल हाथियों के आने से डुबान क्षेत्र के ग्रामीणों में दहशत है। वहीं खेतों में तैयार खरीफ धान फसल को खाकर हाथी फसल खाकर व रौंदकर नुकसान पहुंचा रहे हैं। इस संबंध में हाथी मानिटरिंग दल धमतरी के परिक्षेत्र मोंगरागहन के दल प्रमुख राजेश वर्मा ने बताया कि हाथियों पर नजर रखे हुए हैं। क्षेत्र के बरबांधा, कलारबाहरा, अरौद, पटौद, सिलतरा, उरपुटी, मोंगरी, कांदरी आदि गांवों में गजराज वाहन में बैठकर गांवों में मुनादी कराई गई है। ग्रामीणों को घरों के भीतर सुरक्षित रहने कहा गया है। वन क्षेत्र व सड़कों पर नहीं जाने अपील की गई है। वहीं हाथियों के दिखने पर जानकारी देने कहा गया है।
हाथियों को खदेड़ने की मांग
भाजपा मंडल उपाध्यक्ष अहमद अली ने कहा कि वन विभाग इन हाथियों को यहां से खदेड़कर उचित जगह पर ले जाने की मांग की है। वहीं गंगरेल मंडल भाजपा महामंत्री चंद्रहास जैन ने आरोप लगाया है कि वन विभाग हाथियों को लेकर गंभीर नहीं है। कई तरह लापरवाही बरत रहे हैं। हाथियों के होने के बावजूद लोगों की आवाजाही पर रोक नहीं लगाई गई है। हाथियों के आ जाने की जानकारी ग्रामीणों को नहीं दी गई है, इससे स्पष्ट है कि वन विभाग हाथियों को लेकर व लोगों की सुरक्षा को लेकर गंभीर नहीं है। उन्होंने शासन से मांग की है कि डुबान क्षेत्र से हाथियों को भगाने पहल की जाए।
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