रायपुर ,07अक्टूबर। जैन परम्परा के सर्वाधिक प्राचीन ‘खरतरगच्छ’ के स्थापना (विक्रम संवत् 1080-2080) के 1000 वर्ष को भव्यातिभव्य रूप से मनाने के लिए 9 अक्टूबर को शिक्षा नगरी कोटा में महोत्सव का भव्य शुभारंभ खरतरगच्छाचार्य जिनपीयूष सागर की निश्रा में होगा। इसमें भाग लेने हजारों श्रद्धालु आज ट्रेन से रवाना होंगे । खरतरगच्छ सहस्त्राब्दी महोत्सव समिति के राष्ट्रीय संयोजक ललित नाहटा एवं महामंत्री सुपारस चंद गोलछा ने बताया कि खरतरगच्छाचार्य जिनपीयूषसागर सूरीश्वर आदि ठाणा 13 की पावन निश्रा खरतरगच्छ सहस्त्राब्दी महोत्सव का शुभारंभ 9 अक्टूबर को प्रातः 9.00 बजे कोटा के युआईटी ऑडिटोरियम में किया जायेगा।
इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि लोकसभाध्यक्ष ओमकृष्ण बिड़ला, अध्यक्षता राजस्थान सरकार के स्वायत्त एवं नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल, विशिष्ठ अतिथि मध्यप्रदेश सरकार के विज्ञान एवं प्राद्यौगिकी मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा, राजस्थान सरकार खनिज एवं गोपालन मंत्री प्रमोद जैन ‘भाया’, राजस्थान राज्य गोसेवा आयोग अध्यक्ष मेवाराम जैन करेगें साथ ही देशभर की अनेक राजनैतिक एवं प्रशासनिक हस्तियां इस समारोह में शिरकत करेगी। महामंत्री सुपारस गोलेच्छा ने बताया कि सहस्त्राब्दी वर्ष को चिरस्थाई बनाने हेतु पालीताना तीर्थ भूमि में 55 हजार वर्गफुट की भूमि क्रय की गई है इस स्थल में खरतरवसही विशाल भवन का निर्माण किया जावेगा यह स्थल पालीताना पर्वत तलहटी के एकदम समीप है सम्पूर्ण भारत के श्रद्धालु इसका लाभ ले सकेंगे ।
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9 अक्टूबर को शुभारंभ समारोह में आगामी एक वर्ष तक सहस्त्राब्दी महोत्सव के कार्यक्रमों की रूपरेखा प्रस्तुत की जावेगी । इस ऐतिहासिक कार्यक्रम का हिस्सा बनने के लिए देशभर के कई हिस्सों से गुरूभक्त पधार रहे है। इस कार्यक्रमों को सफल बनाने के लिए सहस्त्राब्दी महोत्सव समिति एवं जैन श्वेताम्बर पेढ़ी कोटा के पदाधिकारीगण एवं कार्यकर्तागण पुरे प्रयास में लगे हुए है।
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