कोरबा,05अक्टूबर। बुधवार को असत्य पर सत्य की जीत का पर्व विजयादशमी उत्सव हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा। पर्व की खुशियां मनाने जिले भर की दशहरा उत्सव समितियों ने तैयारी कर ली है। दशहरा का उल्लास कोविड-19 के दो साल बाद देखने को मिलेगा। छह से अधिक आयोजन समितियां सिर्फ नगरीय क्षेत्र में ही हैं, जहां मेला जा माहौल रहता है। हर साल की तरह इस बार भी सबसे ऊंचे रावण के पुतले का दहन लाल मैदान दर्री में किया जाएगा। यहां 105 फीट के रावण का दहन किया जाएगा।
बालको के रामलीला मैदान में 70 फीट तो कोसाबाड़ी दशहरा मैदान में 65 फीट ऊंचे रावण का पुतला बनाया जा रहा है। लाल मैदान दर्री में रावण के पुतला बनाने वाली टीम के प्रमुख हैं राम इकबाल सिंह की। उन्होंने बताया कि कोरबा ही नहीं छत्तीसगढ़ में इस तरह के रावण का पुतला कहीं नहीं बनता है। ऊंचाई सबसे अधिक होने के साथ ही यहां का रावण दहन से पूर्व गरजता है, अट्ठास लगाता है और आग भी उगलता है। यह परंपरा 80 के दशक से चली आ रही है। जिले में सबसे पुराना रावण दहन पुराना बस स्टैंड कोरबा में होता आ रहा है। यहां 65 के दशक से यह आयोजन हो रहा है। तब कोरबा में लोग गांव-गांव से रावण दहन देखने आते थे। भीड़ से बचने लोग एक दिन पहले यहां पहुंच जाते थे। जगह-जगह आयोजन होने से दर्शक भी बंट गए हैं।
एक पखवाड़े तक होता है आयोजन- विजया दशमी का पर्व 5 अक्टूबर को कोरबा ही नहीं पूरे देश में मनाया जाएगा, लेकिन कोरबा जिले में दशहरा उत्सव एक पखवाड़े तक मनाने की वर्षों पुरानी परंपरा चली आ रही है। कोहड़िया, मड़वारानी, रलिया, पाली व करतला क्षेत्र के गांवों 5 अक्टूबर के बाद अलग-अलग तिथि में दशहरा उत्सव मनाया जाएगा। ग्रामीणों का कहना है कि विजया दशमी के दिन लोगों की भीड़ शहर पहुंचती है, इसलिए गांवों में बाद में मनाने की परंपरा शुरू हो गई है।
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कहां कितने बजे होगा रावण दहन
लाल मैदान एचटीपीपी दर्री 7.30 बजे
महाराणा प्रतापनगर 9 बजे
कोसाबाड़ी दशहरा मैदान 8.30 बजे
मुड़ापार मैदान 8.30 बजे
पुराना बस स्टैंड 8.30 बजे
कटघोरा 8 बजे
बालकोनगर 9 बजे
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