KORBA : गोधन न्याय योजना बना जय के लिए अतिरिक्त आय का जरिया, गोबर बिक्री से एक वर्ष में हुई डेढ़ लाख से अधिक की आमदनी

कोरबा/पाली, , 04 अक्टूबर । छत्तीसगढ़ भूपेश सरकार की महत्त्वपूर्ण योजनाएं प्रदेश की जनता के लिए वरदान साबित हो रही है। जिसमे एक महत्वकांक्षी योजना छत्तीसगढ़ के चार चिन्हारी- नरवा, गरुवा, घुरूवा और बाड़ी लोगों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने और उनके जीवन मे सकारात्मक परिवर्तन लाते हुए ग्रामीण अर्धव्यवस्था को मजबूती प्रदान कर रही है।

इस योजना में गायों के लिए गौठान बनाए गए है, जिसमे गोधन न्याय योजना को जोड़ते हुए गोबर की खरीदी की जा रही है। जहां गोबर बेचकर ग्रामीणों और पशुपालकों की आमदनी बढ़ी है। 2 रुपए प्रति किलो की दर से गोबर बेचकर पाली नगर निवासी जय वैष्णव को भी एक वर्ष में डेढ़ लाख से अधिक की आमदनी हुई है, जो राशि उसके बैंक खाते में डाले गए है। शासन का यह योजना जय के लिए अतिरिक्त आय का जरिया बन गया है। जिससे वह आर्थिक रूप से और भी मजबूत हुआ है।

नगर के वार्ड क्रमांक- 08 निवासी जय वैष्णव सामान्य व शिक्षित परिवार एवं वरिष्ठ पत्रकार और सेवाभावी कार्य के लिए सदैव तत्पर कमल वैष्णव के छोटे भाई है, और वे गत 15 वर्ष से दुग्ध उत्पादन का व्यवसाय करते आ रहे है। जिससे उनकी वार्षिक आय 2 लाख के करीब है। लेकिन जब से जय गोधन योजना का हितग्राही बना है, उसकी आमदनी दुगुनी हो गई है। जय वैष्णव समीप के ग्राम केराझरिया स्थित गौठान में गोबर बेचकर प्रतिमाह 12 से 15 हजार कमा रहा है। इस प्रकार एक साल में जय को लगभग 1 लाख 67 हजार की आमदनी हुई है, जो राशि आनलाईन एन्ट्री से उसके खाते में जमा हुआ है। जिस कारण उसकी आर्थिक स्थिति पहले से और भी सुदृढ़ हुई है। जय का कहना है कि राज्य शासन की ओर से संचालित की जा रही गोधन न्याय योजना वाकई जनहितैषी योजना है, जिससे हम पशुपालकों, किसानों को सीधा आर्थिक लाभ मिल रहा है। जो उसके लिए अतिरिक्त आय का साधन बना है तथा जिसका लाभ पाकर उसका परिवार काफी खुश है और राज्य शासन का आभार प्रकट कर रहा है।

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