अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन के अवसर पर ‘पुरखा के सुरता’ कार्यक्रम का हुआ आयोजन, वरिष्ठ नागरिकों का किया गया सम्मान


रायगढ़, 1 अक्टूबर (वेदांत समाचार)। अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस के अवसर पर रायगढ़ विधायक प्रकाश नायक के मुख्य आतिथ्य में जिला प्रशासन एवं समाज कल्याण विभाग द्वारा आज रायगढ़ स्टेडियम में वरिष्ठ नागरिकों के सम्मान पर ‘पुरखा के सुरता’ कार्यक्रम का आयोजन कर वृद्धजनों का सम्मान किया गया। इस मौके पर जिला पंचायत अध्यक्ष निराकार पटेल, कलेक्टर श्रीमती रानू साहू, अपर कलेक्टर राजीव पांडेय, सीएसपी अभिनव उपाध्याय भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम के आयोजन में बापू की कुटिया वृद्धाश्रम रिहैब फाउंडेशन का भी समन्वय रहा। इस दौरान बच्चों ने मनमोहक नृत्य की प्रस्तुत दी, वहीं बुजुर्ग महिलाएं पारंपरिक लोकगीत सुआ पर थिरके।


विधायक प्रकाश नायक ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विधायक श्री नायक ने कहा कि बेहतर समाज के लिए बुजुर्ग की भूमिका महत्वपूर्ण है, उनका ख्याल रखना हमारी जिम्मेदारी है और इसके साथ ही हमें बच्चो में ऐसे संस्कार विकसित करना आवश्यक है जिससे वो बड़ों का आदर सम्मान करें। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार भी लगातार सभी वर्गों को ध्यान में रखकर कार्य कर रही है, साथ ही वृद्धजनों की सहायता के लिए भी कार्य कर रही है। जिला पंचायत अध्यक्ष निराकार पटेल ने कहा कि हम सभी को अपने बड़े-बुजुर्गों का हमेशा सम्मान करना चाहिए। उनके अनुभव और सम्मान से ही समाज आगे बढ़ता है।


कलेक्टर श्रीमती रानू साहू ने कहा की बुजुर्गों के बिना समाज अधूरा है, सियान (वृद्ध) समाज की नींव होते है और बिना नींव के ना समाज बनता है ना घर। उन्होंने कहा कि बुजुर्गो के सम्मान और उनके अनुभव के उपयोग से ही एक सुंदर समाज का विकास संभव है। उनके अनुभव और विचार को आत्मसात कर संपूर्ण व्यक्तित्व का विकास कर सकते है। पुलिस प्रशासन की ओर से सीएसपी अभिनव उपाध्याय ने वृद्ध जनों को हर स्तर में सहायता देने की बात कही। उन्होंने कहा एनजीओ जनता और पुलिस के बीच सेतु के समान कार्य कर रहे है। इस मौके पर अतिथियों और जनप्रतिनिधियों ने वृद्धजनों को शाल एवं श्रीफल देकर उनका सम्मान किया। इस दौरान बुजुर्गो ने भी सभी को अपना आशीर्वाद दिया।
इस अवसर पर पूर्व जिला आयुर्वेद अधिकारी अश्विनी शर्मा, डॉ.अंबवानी, उप संचालक समाज कल्याण जांगड़े एवं सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधि उपस्थित थे।