कुसमुण्डा : चारो तरफ की सड़क हो चुकी है जर्जर , बस्ती हो या मेनरोड ,फिर से शुरू हो गई सड़क में गड्ढे बनना, आम जनता परेशान

मनीष महंत,कोरबा,29 सितंबर(वेदांत समाचार)। जिले के कुसमुण्डा SECL क्षेत्र के चारो तरफ देखें तो सड़क की जर्जर स्थिति है , चाहे आप कुसमुण्डा कोरबा सड़क की बात करें अभी तक सड़क अधूरी है, जिससे लोगो को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है , और अगर आप कुसमुण्डा से हरदीबाजार जाते हैं तो यहाँ भी आपको भारी बड़े बड़े तालाब रूपी गड्ढो का सामना करना पड़ सकता है , कारण हम आपको बताते हैं , मात्र कुछ दिनों के लिए ही गेवराबस्ती से हरदीबाजार जाने वाली मुख्यमार्ग पर ट्रेलर ट्रक के आवाजाही में रोक लगी थी,

अब उसे भी हटा दिया गया है , कुछ लोगो को जनता की समस्या नजर नही आ रही है , बस उनका काम चलना चाहिए , हमने गेवराबस्ती के कुछ व्यपारियों से इस पर चर्चा की तो पता चला कि कुछ नामचीन नेताओं के ट्रेलर ही चलते हैं इस मार्ग पर ,रात्रि10 बजे से सुबह के 6 बजे तक ट्रेलर गेवराबस्ती चौक से हरदीबाजार के रास्ते फिर दौड़ रही है ,जिसमे आम जनता को भय इसलिये है, क्योंकि इस सड़क में भारी संख्या में काम करने वाले कर्मचारियों का आवाजाही होता है ,

जो सड़क का कुछ दिन तक सही था आज उनमे फिर से बड़े बड़े गढ्ढे बन चुकी है ,जिससे बड़ी दुर्घटना का एक मानो संकेत है , और तीसरी ओर देखा जाए ,तो गेवराबस्ती से बाता बिरदा सड़क की हालात किसी से छुपी नहीं है , कितने आवेदन निवेदन पर भी सड़क ज्यों के त्यों गड्ढो से भरी है जिससे स्कूली बच्चों को भारी दिक्कतें हो रही है , बरसात के दिनों में बहुत ही दयनीय स्थिति यहाँ की है , नेता जी कह रहे थे की बरसात के बाद तुरंत रोड की मरम्मत शुरू हो जाएगी , लेकिन अभी तक कुछ नही हुआ जनता परेशान हो रही है बस , अब इन सड़कों के नही बनने की मुख्य वजह की तलाश करने पर समझ आता है , SECL से प्रभावित क्षेत्र होने के बावजूद बड़े बड़े नेताओं के होने के बावजूद इन सड़कों का जीणोद्धार नही हो पाना , आम जनता के लिए ये सवाल पैदा करती है ,

कहि नेताओं का यह चुनाव मुद्दा भी बन सकता है कि जब चुनाव आए तब इन सड़क की समस्याओं में अमल किया जाये , ये तो एक कहावत जैसे हो गयी कि अपना काम बनता…….. में जाये जनता जिससे अच्छी खासी जनता को बतलाया जाय कि सड़क बिजली पानी की समस्या से निजात दिलाने वाली हमारी सरकार हमारी पार्टी है , और भोली भाली जनता फिर अपने ही सवालों पर उलझ जाए। जनता के लिए बड़ी सवाल यह भी है कि उन दिए गए आवेदन पत्र का क्या हुआ जो इन्होंने अपनी समस्याओं को अवगत कराने के लिए हड़ताल किया SECL का काम बंद करा दिया था , या उन नेताओं ने अपने काम करवाने के लिये जनता का दुरुपयोग किया , तभी तो सड़क बने या न बने कोई ,मतलब नही बस ट्रक ट्रेलर चलनी चाहिये ,उन पर रोक क्यो नही , तो साहब ये पब्लिक है सब जानती है ।