Coal India कंपनी के अनुसार, 312 दिन की हाजिरी पर कर्मियों को फुल बोनस (यानी जो राशि तय होगी, वह पूरी रकम) दिया जाता है। इस आधार पर इस बार एक अप्रैल 2021 से लेकर 31 मार्च 2022 तक कर्मियों की उपस्थिति का डाटा तैयार कर लिया गया है। बीसीसीएल, सीसीएल, ईसीएल ने इस संबंध में एरिया प्रबंधन को पूरी तैयारी करने का आदेश भी जारी कर दिया है। वही एसईसीएल के कोयला कर्मचारियों में पिछले कुछ दिनों से बोनस को लेकर बड़ी उथल पुथल मची हुई है। सभी यूनियन के श्रमिक नेता रांची में डेरा डाले बैठे हुए है। दोपहर से मीटिंग का दौर शुरू है। कवायत लगाई जा रही है कि एसईसीएल के लगभग 40 हजार मझदुरों के बोनस का फैसला देर शाम या रात तक कोल कर्मियों की बोनस का फैसला हो सकता है।
बैठक में यूनियनों की ओर से एटक से रमेंद्र कुमार, एचएमएस से नाथू लाल पांडेय, शिव नाथ, बीएमएस से सुधीर घुर्डे, जयनाथ चौबे व सीटू से डीडी रामानंदन शामिल है। वहीं बीसीसीएल के सीएमडी समीरन दत्ता, सीसीएल सीएमडी पीएम प्रसाद, कोल इंडिया के ईडी वित्त सुनील मेहता सहित हर कंपनी के नामित सदस्य भी बैठक में मौजूद। बोनस को लेकर प्रबंधन के साथ होने वाली बैठक में से पहले आपस में विचार विमर्श कर सभी बिंदुओं को प्रबंधन और यूनियन की ओर से एक-दूसरे के समक्ष रखा जाएगा।