धमतरी, 25 सितंबर। मिड डे मील फेडरेशन के आह्वान पर शनिवार को राष्ट्रव्यापी मांग दिवस के माध्यम से 10 सूत्रीय मांगों को लेकर छत्तीसगढ़ राज्य के मध्यान्ह भोजन बनाने वाले रसोइयों ने छत्तीसगढ़ मध्यान्ह भोजन एकता यूनियन सीटू के माध्यम से गांधी चौक में धरना प्रदर्शन कर शासन का ध्यान आकृष्ट कराया।रसोइयों ने कहा कि मजदूरों को मात्र 1500 रुपये मानदेय मिल रहा है। छत्तीसगढ़ मध्यान्ह भोजन मजदूर एकता यूनियन सीटू के द्वारा 25 फरवरी 2022 को बिलासपुर हाई कोर्ट के निर्णय अनुसार समस्त शासकीय प्राथमिक शाला में कार्यरत रसोइयों साहिकाओं को श्रमिक दर 306 प्रति दिन नौ हजार 180 प्रति माह एक अप्रैल 2022 से जारी करने की मांग की है।
उनका कहना है कि 10 सूत्रीय मांग है जिसमें प्रमुख रूप से बिलासपुर हाई कोर्ट द्वारा आदेश के तहत मजदूरी लागू किया जाए। केंद्रीय रसोई घरों पर रोक लगाई जाए। स्कूलों के रसोई घरों को सुविधा पूर्ण बनाई जाए। मिड डे मील वर्कर का वेतन बढ़ाई जाए। सरकारी स्वास्थ्य सेवाएं भी मजबूत हो। मिड डे मील वर्कर्स का प्राथमिकता के आधार पर टीकाकरण हो परिवार के प्रत्येक व्यक्ति को 10 किलोग्राम अनाज प्रतिमाह निशुल्क दिया जाए। आंदोलन में प्रमुख रूप से समीर कुरैशी, अनुसूइया कंडरा, अहिल्या ध्रुव, महेश निर्मलकर, ललिता साहू, सरला शर्मा, जय श्री गोस्वामी, बालाराम मरकाम, राधा दिली समेत अन्य महिलाएं मजदूर मौजूद रहे।
[metaslider id="347522"]