अलग-अलग सड़क हादसों में 2 लोगों की मौत:गेवरा खदान में ट्रेलर पलटने से ड्राइवर की गई जान;दूसरी घटना में बाइक सवार युवक की मौत

कोरबा जिले के दीपका थाना क्षेत्र में 24 घंटे के अंदर दो अलग-अलग सड़क हादसों में 2 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। शनिवार सुबह मृतक के परिजनों समेत आसपास के लोगों ने दीपका चौक के पास चक्काजाम कर विरोध-प्रदर्शन किया। लोगों का आरोप है कि लगातार भारी वाहनों की आवाजाही के चलते यहां आए दिन सड़क हादसे हो रहे हैं। बाद में पुलिस-प्रशासन के समझाने के बाद लोगों ने चक्काजाम खत्म किया।पहली घटना शुक्रवार को गेवरा के खदान नंबर 3 में घटी, जहां रास्ते में फिसलन की वजह से एक ट्रेलर बेकाबू होकर पलट गया। इसमें ड्राइवर की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद खदान में चल रहे वाहनों की लंबी कतार लग गई।

एक्सीडेंट के बाद ट्रेलर चालक और हेल्पर वाहन में ही फंस गए थे। दूसरे ड्राइवरों ने जैसे-तैसे हेल्पर को गाड़ी से बाहर निकाला। वहीं ड्राइवर केबिन में फंसा हुआ था, इसलिए उसे काफी मुश्किलों से बाहर निकाला गया, लेकिन तब तक उसकी मौत हो गई। गंभीर रूप से घायल हेल्पर को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस को हादसे की सूचना दी गई। जिसके बाद दीपका थाना पुलिस मौके पर पहुंची।दीपका थाना प्रभारी अनिल पटेल ने कहा कि मृतक ड्राइवर का नाम काशीराम था, जो मूल रूप से उत्तर प्रदेश का रहने वाला था। वो गेवरा खदान से कोयला लोड कर बाहर निकल ही रहा था कि फिसलन की वजह से एक्सीडेंट हो गया। उन्होंने निजी अस्पताल में भर्ती हेल्पर का हालचाल जाना।

वहीं दूसरी घटना शुक्रवार देर रात की है, जहां हरदी बाजार बाईपास मार्ग पर देर रात तेज रफ्तार ट्रेलर ने सामने से आ रहे बाइक सवार दो युवकों को टक्कर मार दी। हादसे में बाइक सवार एक युवक की मौके पर ही मौत हो गई, वहीं दूसरे की हालत गंभीर बनी हुई है।दीपका के झाबर गांव निवासी फुलसाय उरांव और उसका दोस्त सागर बाइक पर सवार होकर हरदी बाजार की ओर जा रहे थे। इस दौरान सामने से आ रहे ट्रेलर ने उन्हें अपनी चपेट में ले लिया। हादसे में बाइक सवार फुलसाय उरांव की मौके पर ही मौत हो गई, वहीं घायल सागर को डायल 112 की मदद से जिला अस्पताल के लिए रवाना किया गया। वहां उसकी गंभीर हालत को देखते हुए निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।मृतक के परिजनों ने जिला प्रशासन से उचित मुआवजा और भारी वाहनों की आवाजाही पर प्रतिबंध लगाने का आरोप लगाया है। घटना की सूचना मिलते ही मौके पर एसडीएम, तहसीलदार और एसईसीएल के अधिकारी-कर्मचारी मौके पर पहुंचे और मृतक के परिजन को एक लाख का मुआवजा देने का आश्वासन दिया, जिसके बाद लोगों ने चक्काजाम समाप्त किया।कुछ दिनों पहले भी स्थानीय लोगों ने गौरव पथ चौक पर भारी वाहनों की आवाजाही और लगातार हो रहे हादसों को लेकर चक्काजाम किया था, लेकिन फिर भी समस्या का समाधान नहीं किया गया।