Why Is Anemia More Common In Females: अक्सर उम्र बढ़ने के साथ महिलाओं को सेहत से जुड़ी कई दिक्कतें परेशान करने लगती हैं। इन्हीं परेशानियों में से एक एनीमिया की भी समस्या है। एनीमिया की समस्या पुरुषों के मुकाबले महिलाओं को ज्यादा प्रभावित करती है। जिसके पीछे महिलाओं का उचित खान-पान न होना, पीरियड्स के दौरान अधिक ब्लीडिंग, गर्भावस्था के दौरान बढ़ते भ्रूण की हाई आयरन की मांग, ब्रेस्टफीडिंग जैसे कारण जिम्मेदार हो सकते हैं।
क्या होता है एनीमिया-
एनीमिया एक ऐसी स्थिति है, जिसमें आपके शरीर में पर्याप्त लाल रक्त कोशिकाएं नहीं होती हैं। रेड ब्लड सेल्स की कमी से शरीर में ऑक्सीजन की भी कमी हो जाती है, जिसके कारण शरीर में ठीक से नया खून नहीं बन पाता है। मतलब, रेड ब्लड सेल्स में हीमोग्लोबिन का लेवल घटने से एनीमिया होता है। ग्लोबल न्यूट्रीशन की रिपोर्ट के अनुसार भारत में सभी उम्र की 51 फीसदी महिलाएं गर्भधारण के दौरान एनीमिया से ग्रस्त होती हैं।
हीमोग्लोबिन की कितनी मात्रा जरूरी-
पुरुष में हीमोग्लोबिन की मात्रा कम से कम 15 ग्राम और महिलाओं में 13.6 ग्राम प्रति 100 ग्राम मिलीलीटर निर्धारित की गई है।
एनीमिया के लिए जिम्मेदार कारण-
महिलाओं में एनीमिया होने की सबसे बड़ी वजह उनकी महावारी और प्रेग्नेंसी है। इसके अलावा आयरन की कमी, आनुवांशिक कारण, मेनोपॉज और हार्मोनल परिवर्तन भी इसके लिए जिम्मेदार कारणों में से एक हैं।
एनीमिया के लक्षण-
-चक्कर आना
-बेवजह थकान महसूस करना
-त्वचा का पीला पड़ना
-तलवे और हथेलियों का ठंडा रहना
-आंखों के नीचे काले घेरे
-बॉडी टेम्प्रेचर कम होना
-सीने में दर्द उठना
-सिर में हमेशा दर्द बना रहना
हीमोग्लोबिन बढ़ाने के लिए अपनाएं ये उपाय-
-10 से 12 किशमिश को रातभर भिगोकर सुबह उसका पानी पीने व किशमिश खाने से तेजी से हीमोग्लोबिन बढ़ता है।
-हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे मेथी, पालक, सरसों का साग, चने का साग आदि डाइट में शामिल करें। इसके अलावा लौकी, ब्रोकली, गाजर और चुकंदर खाएं।
-भुने चने को गुड़ के साथ मिलाकर खाने से हीमोग्लोबिन में तेजी से इजाफा होता है।
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