जगदलपुर, 20 सितंबर। पूर्व केंद्रीय मंत्री अरविंद नेताम ने कहा कि, बस्तर के हालात चिंताजनक हैं। बस्तर संभाग के विभिन्न क्षेत्रों में आंदोलन धरना रैलियां हो रहे हैं और इन्हें सरकार द्वारा दबाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने आदिवासी हितों की अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए कहा कि, बस्तर में हालात इस कदर चिंताजनक हैं कि अलग राज्य की मांग स्थानीय लोगों में जोर पकड़ सकती है।
श्री नेताम ने रावघाट में पत्रकारों और सामाजिक कार्यकर्ताओं से दुर्व्यवहार के मामले में कार्रवाई की मांग की। आदिवासी मुख्यमंत्री की मांग को लेकर भी पूर्व मंत्री ने कहा कि, भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस की सरकार जब तक राज्य में रहेगी, तब तक आदिवासी चेहरे को मुख्यमंत्री बनने का मौका कभी नहीं मिल सकता है।
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