आप अगर अपनी डाइट पर ध्यान दें तो आप गैस की समस्या से छुटकारा बड़ी आसानी से पा सकते हैं। आइए जानते हैं न्यूट्रिशनिस्ट और वैलनेस एक्सपर्ट वरुण कत्याल से आखिर पेट में गैस बनने पर व्यक्ति को किन चीजों से
अनहेल्दी फूड की वजह से आजकल ज्यादातर लोग गैस और अपच की समस्या से परेशान रहते हैं। गैस्ट्रिक की वजह से पेट में सूजन, बेचैनी, जलन और एसिडिटी होने लगती है। जिसकी वजह से व्यक्ति बेहद परेशान होने लगता है। लेकिन आप अगर अपनी डाइट पर ध्यान दें तो आप गैस की समस्या से छुटकारा बड़ी आसानी से पा सकते हैं। आइए जानते हैं न्यूट्रिशनिस्ट और वैलनेस एक्सपर्ट वरुण कत्याल से आखिर पेट में गैस बनने पर व्यक्ति को किन चीजों से परहेज करना चाहिए।
फास्ट फूड से बना लें दूरी-
गैस्ट्रिक से परेशान लोगों को अपनी डाइट से फास्ट फूड को हटा देना चाहिए। फास्ट फूड में फाइबर की मात्रा कम होती है। इसका सेवन करने से पाचन क्रिया को अधिक कार्य करना पड़ता है, जिसकी वजह से पाचन क्रिया अपना काम अच्छी तरह नहीं कर पाती है और व्यक्ति को कब्ज की शिकायत होने लगती है।
कच्चे केले को भी करें डाइट से बाहर-
गैस की समस्या से परेशान लोग केले का सेवन करने से बचें। कच्चे केले का सेवन करने से व्यक्ति को कब्ज की समस्या हो सकती है। कच्चे केले के अंदर फाइबर कम मात्रा में मौजूद होते हैं। वहीं पके हुए केले में घुलनशील फाइबर मौजूद होने की वजह से ये कब्ज और गैस की समस्या से छुटकारा दिला सकता है।
बींस-
गैस की समस्या होने पर खासकर रात में बींस का सेवन करने से बचें। बींस के अंदर रेफिनोज (raffinose) मौजूद होते हैं, जिसके कारण खाना पचाने में दिक्कत महसूस हो सकती हैं। बता दें कि छोटी आंत और बड़ी आंत से होता हुआ रेफिनोज जब बैक्टीरिया द्वारा टूटता है तो कार्बन डाइऑक्साइड, मिथेन गैस आदि उत्पादित होते हैं। ऐसे में इसका सेवन रात में ना करें। खास तौर पर गैस होने पर भी उसको अपनी डाइट से निकालें।
डेरी प्रोडक्ट-
गैस की समस्या होने पर डेरी प्रोडक्ट का भी सेवन न करें। इसकी जगह आप दही को अपनी डाइट में जोड़ सकते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि इसके अंदर प्रोबायोटिक्स भरपूर मात्रा में पाया जाता है जो गट की सेहत के लिए अच्छा होता है।
प्याज से बनाएं दूरी
प्याज में मौजूद फ्रुक्टोज एक प्राकृतिक शर्करा के रूप में जाना जाता है। यह भी सॉर्बिटोल और रेफिनोज की तरह कार्य करता है। इसे भी आंतों में बैक्टीरिया द्वारा तोड़ा जाता है जिसके कारण शरीर में गैस की समस्या बढ़ने लगती है।
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