कोरबा : स्वयंसेवकों ने श्रमदान कर किया स्वच्छता ही सेवा अभियान का आगाज


0 राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों की पहल

कोरबा, 17 सितम्बर । युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार, पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय तथा जल शक्ति मंत्रालय द्वारा 15 सितंबर से 2 अक्टूबर तक स्वच्छता ही सेवा अभियान चलाकर देशवासियों विशेषकर युवाओं को स्वच्छता अभियान से जोड़ने, स्वस्थ रहकर पर्यावरण संरक्षण हेतु आमजन को जागरूक करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। अभियान से जुड़ते हुए कमला नेहरू महाविद्यालय कोरबा के रासेयो स्वयंसेवकों ने महाविद्यालय परिसर की सफाई कर स्वच्छता ही सेवा अभियान का प्रारंभ किया।


राष्ट्रीय सेवा योजना के जिला संगठक वायके तिवारी, कार्यक्रम अधिकारी के मार्गदर्शन एवं वरिष्ठ स्वयं सेवक जयप्रकाश पटेल, पूजा गुप्ता के नेतृत्व में स्वयंसेवकों ने महाविद्यालय परिसर में उगे घास – फूस, खरपतवारों, कंटीली झाड़ियों की सफाई के लिए श्रमदान किया। साथ ही परिसर में फैले अव्यवस्थित भवन निर्माण सामाग्री को व्यवस्थित कर परिसर को सुरक्षित व सुंदर बनाने का कार्य किया। अंकित सिंह, मनोरमा पंडित, सेजल महंंत, आदि स्वयंसेवकों ने प्लास्टिक अपशिष्टों को एकत्र कर इसका उपयोग न करने तथा यत्र-तत्र न फेंंकने के लिए प्रेरित किया। प्लास्टिक का उपयोग न करने कचरे से खाद बनाने व जल संरक्षण के लिए भी शपथ दिलाई गई। स्वयंसेवक कन्हैया पटेल, शाश्वत शर्मा, मनीष कवर, योगांक्षा साहू, स्वाति राठौर, सतीश चौहान, आशुतोष ने श्रमदान में भाग लेकर महाविद्यालय के अन्य छात्र-छात्राओं को स्वच्छता प्रहरी के रूप में कार्य करने हेतु प्रेरित किया। महाविद्यालय प्रशासन समिति के अध्यक्ष डॉ आर एन पांडेय, सचिव अशोक शर्मा, अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय रासेयो प्रकोष्ठ के कार्यक्रम समन्वयक डॉ मनोज सिन्हा, महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ प्रशांत बोपापुरकर तथा अर्थशास्त्र विभाग के अध्यक्ष डॉ एस सी तिवारी ने सभी स्वयंसेवकों के सेवा को देखकर उनके पुनीत कार्य व योगदान के लिए शुभकामनाएं दी।


पराबैगनी किरणों से बचने सक्रिय पहल की जरूरत

भूगोल विभाग के सहायक प्राध्यापक तथा रासेयो कार्यक्रम अधिकारी ने स्वयंसेवकों को ओजोन परत के होने से धरती को मिलने वाले लाभों की जानकारी प्रदान करते हुए स्वयंसेवकों का आह्वान किया कि मानवता को सूर्य की पराबैगनी किरणों से बचाने के लिए हम सबको सक्रिय पहल करना जरूरी है उन्होंने इसके लिए वैश्विक स्तर पर किए जा रहे प्रयासों तथा समझौतों की जानकारी स्वयंसेवकों को प्रदान की।