हार्ट फेलियर के इन संकेतों को समझने में देरी कर जाते हैं लोग, जानें ताकि हो सके बचाव

भारत में दिल के दौरे से मौत की संख्या लगातार बढ़ रही हैं। हेल्दी लोग जो संतुलित खाना और व्यायाम करते हैं, उन्हें भी दिल का दौरा पड़ने की आशंका होती है, ऐसे में यह जानना असंभव है कि ऐसी स्थिति में सबसे हेल्दी व्यक्ति कौन है क्योंकि हर किसी को दिल का दौरा पड़ रह है।

दिल का दौरा अर्टरीज में फैट जमा होने के कारण होता है, जिससे ब्लड फ्लो में कमी आती है। ग्लोबल बर्डन ऑफ डिजीज अध्ययन के आंकड़ों से संकेत मिलता है कि भारत में हार्ट बीमारी (सीवीडी) से मृत्यु दर 272 प्रति 100,000 है, जो वैश्विक औसत 235 से काफी ज्यादा है।

लगातार बढ़ रहे दिल के दौरे के चेतावनी संकेतों के बारे में जागरूकता जरूरी है। ऐसे में मैक्स अस्पताल में ट्रॉमा और इमरजेंसी विभाग के अटेंडिंग कंसल्टेंट, डॉ प्रखर सिंह ने एचटी से बातचीत के दौरान हार्ट फेलियर के साइन के बारे में बताया है जिसे आप पहचानते नहीं है। 


1) सीने में दर्द – जिन लोगों को सीने में दर्द होता है, वे आम तौर पर इसे गैस्ट्रिक समस्याओं के संकेत के रूप में अनदेखा कर देते हैं। हालांकि, यह हार्ट फेलियर के सबसे आम लक्षणों में से एक है। किसी भी व्यक्ति को पीछे या आगे की ओर प्रेशर या बेचेनी हो, जो जबड़े, कंधे, हाथ और ऊपरी पीठ तक हो सकता है। कई लोगों को सीने में दर्द नहीं होता है लेकिन उसे दिल की परेशानी हो सकती है। यह विशेष रूप से महिलाओं में कॉमन है।

2) थकान- हार्ट फेलियर का एक और कॉमन लक्षण दिन भर थकान है। चलने, दौड़ने और साइकिल चलाने जैसे व्यायाम थका सकते हैं क्योंकि शरीर के टिशू को अपने दैनिक कार्यों को करने के लिए पर्याप्त खून नहीं मिलता है। विटामिन और मिनरल्स से भरपूर स्वस्थ, पौष्टिक आहार लेने से भी थकान को रोकने में मदद मिल सकती है।


3) अनियमित दिल की धड़कन – अनियमित दिल की धड़कन है, जो रक्त के थक्कों के बढ़ते जोखिम के कारण होती है। दिल की धड़कन जो लय से बाहर होती है या अनियमित होती है, धड़कन का कारण बनती है। नतीजतन, एक व्यक्ति को सीने में जलन या रेसिंग सेंसेशन का अनुभव हो सकता है। अगर लक्षण बना रहता है या बार-बार लौटता है या मरीज को डायबिटीज या हाई ब्लड प्रेशर है, तो डॉक्टर से संपर्क करने की सलाह दी जाती है।

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