सीतापुर में झोलाछाप डॉक्टर के गलत इलाज की वजह से 13 साल के एक मासूम बच्चे की मौत हो गई। बुखार से पीड़ित बच्चे को झोलाछाप डॉक्टर ने इंजेक्शन लगा दिया जिसके बाद उसकी तबीयत और बिगड़ गई।
उत्तर प्रदेश के सीतापुर के कमलापुर इलाके में एक झोलाछाप डॉक्टर के गलत इलाज की वजह से एक मासूम बच्चे की जिंदगी चली गई। जानकारी के मुताबिक कमलापुर के शहजलालपुर गांव के रहने वाले एक परिवार में बच्चे की तबीयत खराब थी। परिवार वालों ने स्थानीय झोलाछाप डॉक्टर से बच्चे का इलाज करवाया लेकिन फिर बच्चे की हालत और नाजुक हो गई। शुक्रवार को घरवाले आनन-फानन में बच्चे को लेकर सीतापुर जिला अस्पताल पहुंचे जहां डॉक्टरों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया।
पुलिस के मुताबिक कमलापुर थाना इलाके के शहजलालपुर गांव निवासी रामसहारे के तेरह साल के बेटे विशाल को बुखार आ रहा था उसकी मां उसे शुक्रवार शाम गांव के चौराहे पर स्थित झोलाछाप डांक्टर महेन्द्र कुमार के पास इलाज के लिए ले गई। झोलाछाप ने बालक को इंजेक्शन लगाया। इंजेक्शन लगने के बाद बच्चे की हालत और ज्यादा बिगड़ने लगी। बच्चे की लगातार हालत बिगड़ती देख परिजन अन्य लोगों के सहयोग से उसे जिला अस्पताल सीतापुर लेकर पहुंचे। जिला अस्पताल में डॉक्टरों ने बच्चे की जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया।
दूसरी तरफ जैसे ही झोलाछाप डॉक्टर को बच्चे के मरने की खबर लगी वैसे ही वो मौके से फरार हो गया। कमलापुर थाना प्रभारी पुष्पराज कुशवाहा ने बताया पिता रामसहारे की तहरीर पर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिये भेजा जा रहा है और और मामले की जांच की जा रही है। पुलिस उस झोलाछाप डॉक्टर को पकड़ने की भी कोशिश कर रही है जो इस घटना के बाद से फरार चल रहा है।
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