लहजे में बदजुबानी , चेहरे पर नकाब लिए फिरते हैं…. जिनके खुद के बहीखाते बिगड़े हैं , वो मेरा हिसाब लिए फिरते हैं….

शंकर पांडे ( वरिष्ठ पत्रकार )     

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी ने दिल्ली में एक सभा में फ्लो में आटा की क़ीमत लीटर के हिसाब से बता दी और तत्काल ही केजी(किलोग्राम )कहकर सुधार भी दिया पर गोदी मिडिया ने बवाल मचा दिया…. पड़ोसी राज्य मप्र के भाजपा अध्यक्ष बीडी शर्मा और गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने भी आगे बढ़कर टिप्पणी कर दी पर वे अपनी ही पार्टी के सर्वेसर्वा के बयानों को भी देख तो लेते कि मोदी के भाषणों में बार बार तथ्यात्मक गलती मिलती है, वह राहुल के भाषणोँ में कभी नही मिलती ….।नाली की गैस से चाय बनाना, बिहार में तक्षशिला का मिलना, कबीरदास, गोरखनाथ और गुरुनानक देव का एक साथ बैठना, बदली में राडार का काम करना बंद करना चर्चा में रहा तो प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदर दास मोदी ने नवंबर 2003 में एक रैली में महात्मा गांधी के बारे में चर्चा करते हुए उन्हें मोहनलाल करमचंद गांधी कह दिया(जबकि बापू का नाम मोहनदास करमचंद गांधी था)। मोदी की इस ग़लती पर उनकी काफ़ी किरकिरी हुई थी,वर्ष 2013 में पटना की बहुचर्चित रैली में नरेंद्र मोदी ने बिहार की शक्ति का ज़िक्र करते हुए सम्राट अशोक का जिक्र किया, पाटलीपुत्र का ज़िक्र किया और फिर नालंदा और तक्षशिला का भी (तथ्य ये है कि तक्षशिला पंजाब का हिस्सा रहा है और अब पाकिस्तान में है)जुलाई 2003 में नरेंद्र मोदी ने अहमदाबाद में कहा था कि आज़ादी के समय एक डॉलर की क़ीमत एक रुपए के बराबर थी(जबकि नरेंद्र मोदी ये भूल गए कि उस समय एक रूपए की क़ीमत 30 सेंट के बराबर थी और उस समय एक रुपया एक पाउंड के बराबर था)फरवरी 2014 में नरेंद्र मोदी ने मेरठ में कहा था कि कांग्रेस ने आज़ादी की पहली लड़ाई को कम कर के आँका था(तथ्य ये है कि मेरठ में 1857 की क्रांति शुरू हुई थी,लेकिन मोदी ये भूल गए कि कांग्रेस की स्थापना ही 1885 में हुई थी…. 1857 में कांग्रेस का कोई अता-पता नहीं था)
नवंबर 2003 में बंगलौर में नरेंद्र मोदी ने कहा था- 15 अगस्त को पीऍम का भाषण लाल दरवाज़े से होता है(जबकि पीएम लाल क़िले से भाषण देते हैं, न कि लाल दरवाज़े से)नरेंद्र मोदी ने एक बार कहा था कि जब हम गुप्त साम्राज्य की बात करते हैं कि हमें चंद्रगुप्त की राजनीति की याद आती है (दरअसल मोदी जिस चंद्रगुप्त का और उनकी राजनीति का जिक्र कर रहे थे,वो मौर्य वंश के थे. गुप्त साम्राज्य में चंद्रगुप्त द्वितीय हुए थे… लेकिन मोदी उनका ज़िक्र नहीं कर रहे थे)दिसंबर 2013 में नरेंद्र मोदी ने जम्मू में एक रैली के दौरान कहा था कि मेजर सोमनाथ शर्मा को महावीर चक्र और ब्रिगेडियर रजिंदर सिंह को परमवीर चक्र मिला था(तथ्य ये है कि मेजर सोमनाथ शर्मा को परमवीर चक्र और रजिंदर सिंह को महावीर चक्र मिला था) नवंबर 2013 में खेड़ा में नरेंद्र मोदी श्यामजी कृष्ण वर्मा और श्यामा प्रसाद मुखर्जी में अंतर नहीं कर पाए(मोदी ने श्यामा प्रसाद मुखर्जी को गुजरात का बेटा कह दिया और ये भी कह दिया कि उन्होंने लंदन में इंडिया हाउस का गठन किया था और उनकी मौत 1930 में हो गई थी असल श्यामा प्रसाद मुखर्जी का जन्म कोलकाता में हुआ था. उनकी मौत 1953 में हुई थी. दरअसल मोदी श्याम कृष्ण वर्मा की जगह श्यामा प्रसाद मुखर्जी बोल गए.)पटना में रैली के दौरान नरेंद्र मोदी ने कहा था कि सिकंदर की सेना ने पूरी दुनिया जीत ली थी लेकिन जब उन्होंने बिहारियों से पंगा लिया था, उसका क्या हश्र हुआ…. यहाँ आकर वो हार गए (जबकि सच्चाई यह है कि सिकंदर की सेना ने कभी गंगा पार ही नहीं की, बिहार आए ही नहीं)खैर मोदी-शाह के खिलाफ टिप्पणी करने की हिम्मत तो केवल राहुल गाँधी में ही है।

भारत में 600 करोड़ मतदाता हैं कहां..भूपेश   

छ्ग के मुख्य मंत्री भूपेश बघेल कहते हैं कि पीऍम विदेश जाते हैं और वहाँ कहते हैं कि 600 करोड़ मतदाताओं ने भारत में वोट डाला है,जबकि हिंदुस्तान की जनसंख्या ही 135 करोड़ है तो 600 करोड़ मतदाता कहां से वोट करेंगे …? इसके बारे में भाजपा कुछ बोलेगी…?गृह मंत्री अमित शाह उत्तर प्रदेश के चुनाव में कहते हैं कि इंटर के बाद जो 10वीं में एडमिशन लेगा… कभी होता है ऐसा…..? वैसे एक बार अमित शाह ने क़ह दिया कि मरणासन्य रावण के पास श्रीराम ने भरत को ज्ञान प्राप्त करने भेजा था (जबकि वहाँ छोटे भाई लक्षमण को भेजा गया था)मुख्यमंत्री कहते हैँ कि कभी-कभी जबान फिसल जाती है, लेकिन उन लोगों ने सुधारा नहीं। राहुल गांधी को तो एक सेकेंड भी नहीं लगा उन्होंने तुरंत सुधार भी लिया। फ्लो में बोल रहे थे…डीजल, पेट्रोल, तेल दूध के बारे में बात हो रही थी, उसके बाद आटे पर आए तो लीटर में बोल दिये तो आप उनके पीछे पड़े हैं….। देश की मूल समस्या पर विपक्ष के नेता यदि कोई बात कहते हैं, गंभीरता से उसका जवाब देना चाहिए। उसकी हंसी नहीं उड़ाना चाहिए।

राजपथ अब कर्तव्य पथ के नाम से…….   

 

राजपथ ‘किंग्सवे’ का ही हिंदी अनुवाद था क्योंकि हिंदी में ‘राजपथ’ का व्यापक अर्थ ‘राजा का रास्ता ‘ होता है।अब राजपथ, कर्तव्यपथ के नाम से जाना जाएगा।वहाँ नेताजी सुभाषचंद्र बोस की प्रतिमा का अनावरण भी किया गया यह बातऔर है कि नेताजी के परिजनों की वहाँ गैर मौजूदगी चर्चा में रही.. उनके पोते ने तो मूर्ति के पास की सड़क का नामकरण आजाद हिन्द पथ रखने की मांग भी कर दी है ..।
राजपथ मोदी सरकार की महत्वाकांक्षी सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना का हिस्सा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 8 सितंबर की शाम विजय चौक से इंडिया गेट तक के खंड का उद्घाटन किया।इस सड़क का तीसरी बार नामकरण हुआ है।साल 1911 में अंग्रेजों ने भारत की राजधानी कोलकाता से बदल कर दिल्ली कर दी। राजधानी के स्थानांतरण की औपचारिक घोषणा के लिए जॉर्ज पंचम भारत आए थे। सड़क का नाम उन्हीं के सम्मान में किंग्सवे रखा गया। सड़क का निर्माण 1920 के आसपास हुआ था। नई दिल्ली के चीफडिजाइनर एडविन लुटियंस और हरबर्ट बेकर ने सड़क निर्माण का ठेका सरदार नारायण सिंह को दिया था।आजादी के बाद किंग्सवे को गणतंत्र दिवस परेड के लिए जाना गया। हालांकि सड़क का नाम किंग्सवे ही रहा। साल 1961 में नाम बदल राजपथ किया गया था।वैसे अब ‘राज’ नाम बदलने का सिलसिला शुरू हो गया है तो भविष्य में बापू के स्मारक राजघाट (कर्तव्य घाट )राजधर्म (कर्तव्य धर्म )राजतंत्र (कर्तव्य तंत्र) राजधानी (कर्तव्यधानी)राजभवन (कर्तव्य भवन)राजमाता (कर्तव्यमाता)राजनाथ सिंह (कर्तव्य नाथ सिंह )कांग्रेस शासित राजस्थान (कर्तव्य स्थान)करने की मांग भी उठे तो आश्चर्य नहीं होना चाहिए…?

36 गढ़ और 36 जिलों क़ी चर्चा…    

मोहला मानपुर, खैरागढ़ तथा सारंगढ़ नये जिलों की शुरुवात हो चुकी है।मनेन्द्रगढ़ और सक्ति को नया जिला वहीं 9 सितम्बर को बना दिया गया है।तब छ्ग में 33जिले अस्तित्व में आ गये हैँ ।पर अब छत्तीसगढ़ में 36 जिलों की परिकल्पना जोर मार रही है।सत्ता में काबिज होने के बाद से जिस तरह से कांग्रेस सरकार एक के बाद एक नए जिलों की घोषणा कर रही है, उससे कयास लगाए जा रहे हैं कि आने वाले विस चुनाव के पहले कांग्रेस बचे हुए समय में 36 जिले बना सकती है…. यानी 36 गढ़ के नाम से जाने जाने वाले प्रदेश को 36 जिलों के नाम से भी जाना जाएगा।खैरागढ़ को जिला बनाए जाने को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की घोषणा के बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि जल्द ही 36 गढ़ में 36 जिले बनेंगे. इसकी सुगबुगाहट तेज हो गई है. कई क्षेत्रों के जनप्रतिनिधि समय-समय पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मुलाकात कर नया जिला बनाए जाने की मांग भी कर चुके है।जशपुर जिले में पत्थलगांव, कांकेर में अंतागढ़,भानुप्रतापपुर को जिला बनाने की मांग करीब पांच वर्ष से की जा रही है. सुकमा के जगरगुंडा को जिला बनाने की मांग स्थानीय स्तर पर हुई है. सरगुजा क्षेत्र के प्रतापपुर-वाड्रफनगर के साथ राजपुर और रायपुर संभाग से भाटापारा को भी अलग जिला बनाने की मांग पुरजोर तरीके से की जा रही है. कोरबा जिला में शामिल कटघोरा को अलग जिला बनाने की मांग करीब 13 वर्षों से की जा रही है।भाटापारा को अलग जिला बनाने की मांग भी लंबे समय से हो रही है।सीएम भूपेश बघेल ने अपनी सरकार के सवा तीन साल के कार्यकाल के दौरान राज्य की जनता को 6 नए जिलों की सौगात दे चुके हैं. सत्ता की बागडोर संभालने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सबसे पहले गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही को जिला बनाया. 15 अगस्त 2021 को राज्य में 4 नए मोहला-मानपुर-चौकी, सारंगढ़-बिलाईगढ़, मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर और सक्ती को जिला बनाए जाने की घोषणा की गई थी।भूपेश बघेल ने 16 अप्रैल 2022 को खैरागढ़ विधानसभा उपचुनाव के परिणाम की घोषणा के तीन घंटे के बाद ही अपने वायदे के मुताबिक खैरागढ़ को नए जिले की सौगात दी थी।

आईपीएस प्रशांत ,संतोष व हिमानी को फिक्की स्मार्ट पुलिसिंग अवार्ड 

भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग महासंघ (फिक्की) पिछले कई वर्षों से देश के विभिन्न राज्यों की पुलिस एवं केंद्रीय पुलिस संगठनों द्वारा नवाचार कर किए जा रहे अच्छे कार्यों के लिए कुछ चुने हुए पुलिस अधिकारियों को प्रतिवर्ष स्मार्ट पुलिसिंग अवॉर्ड्स से सम्मनित करता है इस वर्ष फिक्की ने देश भर के स्मार्ट पुलिसिंग के चुने कुल 29 श्रेष्ठ कार्यप्रणालियों/पुलिस अधिकारियों को सम्मानित किया है इनमें छग पुलिस के तीन पुलिस अधिकारियों (एसएसपी रायपुर)प्रशांत अग्रवाल (एसपी कोरबा) संतोष सिंह व (डीआईजी सीआईडी) हिमानी खन्ना को शामिल कर उनके उल्लेखनीय कार्य को ट्राफी और सर्टिफिकेट देकर दिल्ली में सम्मानित किया है। प्रशांत अग्रवाल को उनके बिलासपुर में चलाए गए साइबर जागरूकता हेतु’साइबर मितानअभियान’ संतोष सिंह को रायगढ़ पदस्थापना के दौरान बाढ़ पीड़ितों की मदद हेतु चलाए गए ‘संवेदना अभियान’ और हिमानी खन्ना को वृद्धजन सुरक्षा हेतु पुलिस मुख्यालय द्वारा चलाए गए ‘समर्पण अभियान’ के कारण यह सम्मान दिया गया है।

और अब बस…

0 नये जिला बनने से अब विस अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत नये सक्ति जिले के मतदाता होंगे तो नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल जांजगीर जिले में ही ऱह जाएंगे।
0रायपुर, सरगुजा, बिलासपुर और बस्तर के आईजी की तबादला सूची जल्दी जारी हो सकती है।
0किस मंत्री की अपने गृह जिले के कलेक्टर से नहीं पट रही है।
0 2007 बैच के आईएएस हिमशिखर गुप्ता की केंद्रीय प्रतिनियुक्ति के आवेदन को छ्ग सरकार ने क्यों नामंजूर कर दिया है?
0क्या गौरव द्विवेदी भी प्रतिनियुक्ति पर जा रहे हैं।