DHAMTARI NEWS : दोपहर को 33 डिग्री में तपे लोग, शाम को वर्षा ने दी राहत

धमतरी, 4 सितंबर।भादो माह के अंतिम समय पर मौसम का उतार-चढ़ाव जारी है। दोपहर को तापमान का पारा 33 डिग्री तक चढ़ गया। लोग तेज धूप, भारी उमस व पसीना से तरबतर होते रहे, लेकिन शाम को तेज गर्जना के साथ हुई अच्छी वर्षा ने राहत दी है। वातावरण से गर्मी व उमस दूर हो गई। ठंडकता आने से चेहरे खिले।

भादो का माह खत्म होने में अब सिर्फ एक सप्ताह शेष है। इस बीच मौसम में काफी उतार चढ़ाव बना हुआ है, जो लोगों की दिक्कतें बढ़ा दी है। पिछले कुछ दिनों से तेज गर्मी व भारी उमस से हर वर्ग हलाकान है। घरों में बंद पड़े कूलर, एसी फिर से चालू हो गई है, इसके बाद भी गर्मी से राहत नहीं मिल पा रही है। गर्मी के मौसम जैसी स्थिति वातावरण में बनी हुई है। घरों के भीतर भारी उमस से लोग बेचैन है। अंचल में तीन सितंबर को तेज धूप खिलने के साथ तापमान का पारा पूरे सीजन के सबसे अधिक 33 डिग्री चढ़ गया। घरों से बाहर निकलते ही शरीर पसीना से तरबतर होने लगा। गर्मी के दिनों में पड़ने वाली गर्मी का अहसास होने से लोगों की बेचैनी बढ़ गई थी। इस मौसम से हर वर्ग परेशान रहे।

शाम को मौसम में अचानक बदलाव हुआ। आसमान पर काले बादल छाने के साथ उमस बना रहा। इस बीच तेज गर्जना हुई। भारी बिजली की कड़कड़ाहट के साथ तेज बूंदों वाली अच्छी वर्षा हुई। वर्षा का दौर शाम छह बजे शुरू हुई, जो समाचार लिखे जाने तक जारी रहा। इस वर्षा से गर्मी व उमस गायब हो गई और लोगों ने राहत की सांस ली। लगातार हुई वर्षा से फिर शहर की गलियों व सड़कों पर पानी भर गया।तेज धूप व भारी उमस से किसानों के खेतों में भरा पानी तेजी से सूखने लगा था। ऐसे में धान फसल को सिंचाई पानी की आवश्यकता थी। वर्षा होने से अब खेतों की प्यास बूझ गई है। फिलहाल इस वर्षा से करीब 10 दिनों तक खेतों में सिंचाई पानी की जरूरत नहीं पड़ेगी। मानसून पर निर्भर होकर खेती-किसानी करने वाले किसानों के लिए यह वर्षा वरदान से कम नहीं है। इस वर्षा से गबोद स्थिति में होने वाले धान के पौधों से तेजी के साथ धान की बालियां निकलेगी। इस संबंध में कृषि उप संचालक मोनेश कुमार साहू ने बताया कि यह वर्षा धान फसल के लिए काफी फायदेमंद है। इस वर्षा से किसानों के चेहरे खिल गए है।