फर्टिलिटी की समस्या में महिला-पुरुष दोनों करें ये योग आसन, कंसीव करने में नहीं होगी कोई दिक्कत

Yoga Poses That Boost Fertility: खान-पान, गलत लाइफस्टाइल और कुछ और आदतों के कारण इन दिनों महिला और पुरुष दोनों ही फर्टिलिटी की समस्या से जूझ रहे हैं। इस समस्या से छुटकारे के लिए आप योग का सहारा लें।

शादी के बाद बच्चा पैदा करने के लिए इन दिनों कपल्स को कई तरह की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। इनमें से सबसे प्रमुख फर्टिलिटी की समस्या है। जी हां, ज्यादातर महिलाएं और पुरुष फर्टिलिटी की समस्या से जूझ रहे हैं। इससे छुटकारा पाने में योग आसान आपकी मदद कर सकते हैं। योग आपकी बॉडी और माइंड दोनों के लिए फायदेमंद होता है। ऐसे में इसे आपको रोजाना इसे करना चाहिए। बांझपन पुरुषों और महिलाओं के शरीर, भावनाओं और रिश्तों पर भारी असर डालता है। ऐसे में योग महिलाओं, पुरुषों दोनों के लिए फायदेमंद है।

फर्टिलिटी में सुधार के लिए योग के लाभ

1) ओवरी और यूट्रस को उत्तेजित करता है।
2) तनाव और चिंता को कम करता है।
3) हार्मोन लेवल को बेलेंस करता है।
4) ब्लड फ्लो और सर्कुलेशन को बढ़ाता है।
5) मांसपेशियों को मजबूत करता है।
6) एंडोक्राइन (हार्मोन) सिस्टम को उत्तेजित करता है।
7) हेल्दी इम्यून सिस्टम को स्पोर्ट करता है।

1) सूर्य नमस्कार- ये योगासन पीरियड्स में ऐंठन को मेनेज करने के लिए काफी फेमस है। मेनोपॉज के दौरान भी ये मददगार होता है। एक महिला के यूट्रस पर इसके प्रभाव के कारण, सूर्य नमस्कार योग बच्चे के जन्म को आसान बनाने में भी मदद करता है। शरीर के सेक्सूअल फंक्शन में भी ये सुधार करता है। यौन ग्रंथियों के खराब होने से संबंधित किसी भी परेशानी को ये दूर करता है। 

2) पश्चिमोत्तानासा- यह आसन आपकी पीठ के निचले हिस्से, कूल्हों और हैमस्ट्रिंग की मांसपेशियों को स्ट्रेच करता है। यह महिलाओं की फर्टिलिटी में सुधार करता है क्योंकि यह मानसिक तनाव को कम करते हुए ओवरी और पेट जैसे महत्वपूर्ण अंगों को एक्टिव करता है।

3) जानू शिरासन- यह योगासन न केवल कंसीव करने के लिए जरूरी है बल्कि गर्भावस्था के दौरान भी फायदेमद हो सकता है। यह पेट की मांसपेशियों को आराम देते हुए हैमस्ट्रिंग को फैलाता है।

4) बटरफ्लाई पोज- यह आपकी आंतरिक जांघों, जननांगों, कूल्हे के हिस्से और घुटनों की मांसपेशियों को खींचते हुए लचीलेपन में सुधार करता है। यह अधिक उपयोगी प्रजनन योग व्यायाम में से एक है और समय आने पर यह सहज और कम दर्दनाक प्रसव में भी मदद कर सकता है।

5) बालासन- ये आसान तनाव दूर करता है और ब्लड फ्लो को बढ़ाता है। इसे अलावा यह आसन आपकी पीठ, घुटनों, कूल्हों और जांघों की मांसपेशियों को स्ट्रेच करता है।