विनोद कांबली आर्थिक तंगी पर खुलकर बोले- सचिन तेंदुलकर सब जानते हैं लेकिन…

विनोद कांबली ने इंटरनेशनल करियर की शुरुआत तो शानदार तरीके से की थी, लेकिन वह ज्यादा लंबा नहीं चल सका। कांबली ने अपनी आर्थिक तंगी पर पहली बार खुलकर बात की है और सचिन तेंदुलकर का भी जिक्र किया।

विनोद कांबली और सचिन तेंदुलकर की बचपन की दोस्ती के बारे में सब जानते हैं। दोनों को टीम इंडिया की ओर से खेलने का मौका भी मिला, जहां सचिन दुनिया के सबसे बड़े बल्लेबाज बन गए, वहीं कांबली ज्यादा दिन इंटरनेशनल क्रिकेट में टिक नहीं पाए। सचिन तेंदुलकर का नाम इतना बड़ा हो गया कि उन्हें क्रिकेट का भगवान तक कहा जाने लगा और कांबली गुमनामी के अंधेरे में खो गए। कांबली और तेंदुलकर के बीच कुछ मनमुटाव भी हुए, लेकिन बाद में दोनों की दोस्ती फिर हो गई। सोशल मीडिया पर दोनों की तस्वीरें साथ में आप कई बार देख चुके हैं, अब कांबली ने पहली बार अपनी आर्थिक परेशानियों पर खुलकर बात की है।

अपने पहले सात टेस्ट मैचों में कांबली ने 113.29 की औसत से 793 रन ठोके, जिसमें दो डबल सेंचुरी भी शामिल थीं, लेकिन इसके बाद उनका प्रदर्शन गिरता गया और वह टीम से आउट हो गए। कांबली को अब भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) की ओर से 30,000 रुपये की पेंशन मिलती है। मिड-डे को दिए इंटरव्यू में कांबली ने कहा, ‘मुझे क्रिकेट से जुड़े असाइनमेंट्स की जरूरत है, जहां मैं युवा क्रिकेटरों के साथ काम कर सकूं। मुझे पता है कि मुंबई ने अमोल मजूमदार को अपने कोच के रूप में रिटेन कर लिया है, लेकिन अगर कहीं भी मेरी जरूरत है, तो मैं मौजूद हूं।’

कांबली ने आगे कहा, ‘हम साथ खेल चुके हैं और हम अच्छी टीम बनाते हैं। मैं वही करना चाहता हूं। मैं मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन (एमसीए) से मदद मांग चुका हूं। मैं क्रिकेट इम्प्रूवमेंट कमिटी का भी हिस्सा बना। मेरा परिवार है, मुझे जिसकी देखरेख करनी है।’ कांबली ने आगे कहा, ‘सचिन तेंदुलकर सब जानते हैं, लेकिन मुझे उनसे कोई उम्मीद नहीं है, उन्होंने मुझे तेंदुलकर मिडिलसेक्स ग्लोबल एकैडमी का असाइनमेंट दिया था। मैं बहुत खुश था। वह मेरे बहुत अच्छे दोस्त रहे हैं। वह हमेशा मेरे लिए मौजूद रहे हैं।’