इंटरनेशनल यूथ डे के उपलक्ष्य में IPS Dipka में आयोजित हुई विभिन्न पाठ्य-सहगामी क्रियाएँ

⭕ निबंध, चित्र, स्लोगन व कविता प्रस्तुत कर इंडस पब्लिक स्कूल दीपका के विद्यार्थियों ने बताया विश्व में युवाओं का महत्व ।

कोरबा, 13 अगस्त। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर युवा दिवस मनाने की शुरूआत करने का उद्देश्य सामाजिक, आर्थिक व राजनीतिक मुद्दों पर युवाओं की भागीदारी और उनकी भूमिका पर चर्चा करना है । राष्ट्र के निर्माण और विकास में युवाओं की भूमिका महत्वपूर्ण है ऐसे में युवाओं का देश दुनिया की परिस्थितियों के बारे में जानकारी होनी चाहिए । देश दुनिया के विकास में उनकी रूचि होनी चाहिए । इसके लिए युवाओं की समस्याओं के बारे में जानकार उनका समाधान निकालना होता है ताकि वह समाज के लिए आवाज उठा सके इसी उद्देश्य से हर साल 12 अगस्त को अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस मनाया जाता है । युवा दिवस युवाओं की आवाज, कार्यो और उनकी सार्थक पहल को विश्व स्तर पर पहचान दिलाने का एक मौका है ।


इंडस पब्लिक स्कूल दीपका में अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर भावी कर्णधारों पर उत्सह और जोश का संचार करने के लिए विभिन्न पाठ्य सहगामी क्रियाएँ आयोजित की गई । विद्यार्थियों को भारत में सबसे बड़े व महान यूथ आइकॉन स्वामी विवेकानंद की जीवनी व योगदान से परिचित करवाया गया । विद्यार्थियों ने युवा दिवस पर एक से बढ़कर एक निबंध लिखे तथा कई आकर्षक चित्र बनाए । स्लोगन में भी विद्यार्थियों ने अपनी भविष्य के प्रति सोच को उजागर किया । कक्षा 11 वीं एवं 12 वीं के विद्यार्थियों ने निबंध लेखन के साथ-साथ कविता वाचन के माध्यम से भी युवाओं के रगों में जोश भरने का कार्य किया ।


कक्षा छठवीं से कक्षा आठवीं तक के विद्यार्थियों ने युवाओं के सपनों एवं सोच से संबंधित विभिन्न आकर्षक चित्र बनाए । कई विद्यार्थियों ने अपने चित्र में डिजिटल इंडिया को भी स्थान दिया । कक्षा नवमीं एवं दसवीं के विद्यार्थियों ने आकर्षक स्लोगन लिखकर युवाओं को उनकी शक्ति का आभास कराया ।


विद्यालय के प्राचार्य डॉ. संजय गुप्ता ने कहा कि आज संपूर्ण विश्व में युवाओं का ही बोलबाला है और सबसे महत्वपूर्ण बात तो यह है कि विश्वभर में सबसे ज्यादा युवा हमारे भारत में हैं । हम चाहें तो क्या नहीं कर सकते हैं । यह दिन युवाओं को समाजिक, आर्थिक और राजनैतिक मुद्दों पर भागीदारी सुनिश्चित करने का अवसर देता है । यह दिन युवाओं को प्रोत्साहित कर उनमें ऊर्जा का संचार करने का एक माध्यम है । भारत ही नहीं बल्कि विश्व के नवनिर्माण में युवा मुख्य कर्णधार है । आजादी के इस अमृतकाल में देश को अगले 25 वर्ष में वैश्विक नेतृत्वकर्ता बनाने के संकल्प की सिध्दि में युवाओं की अहम भूमिका है । आज का युवा अपने हौसले, समर्पण, दृढ़निश्चय, परिश्रम, आत्मविश्वास और मजबूत इरादों से अपनी राह सुनिश्चित करता है ।