नई दिल्ली। देश में स्वतंत्रता दिवस को भव्य रूप में मनाने के साथ ही “आजादी का अमृत महोत्सव” मनाया जा रहा है। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी द्वारा देश के नागरिकों को “हर घर झंडा” फहराने की अपील की गई है। उन्होंने खुद सोशल मिडिया के डीपी में तिरंगा डालकर अभियान की शुरुवात की। इसी अभियान के तहत स्वतंत्रता दिवस से पहले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के साथ सरसंघचालक मोहन भागवत ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट की प्रोफाइल तस्वीरों पर संगठन के झंडे की जगह तिरंगे की तस्वीर लगाया है। यह बदलाव ऐसे समय में किया गया है, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी से सोशल मीडिया में अपने डीपी में तिरंगा लगाने की अपील के बाद भी संघ और सरसंघचालक की डीपी में बदलाव नहीं करने पर कांग्रेस ने निशाना साधा था।
इसके बाद केंद्रीय मंत्रियों, मुख्यमंत्रियों, विपक्षी नेताओं और आम लोगों ने अपनी डीपी पर तिरंगे की फोटो लगाई। लेकिन आरएसएस और मोहन भागवत ने अपने सोशल मीडिया पर डीपी नहीं बदली थी, जिसके बाद बीजेपी और आरएसएस विपक्षी पार्टियों के निशाने पर आ गई थी। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने अपने ट्वीट में सवाल किया था कि क्या नागपुर में अपने मुख्यालय पर 52 साल तक राष्ट्रध्वज नहीं फहराने वाला संगठन अपने सोशल मीडिया खातों की प्रोफाइल तस्वीर पर तिरंगा लगाने के प्रधानमंत्री के आग्रह को मानेगा। वहीं कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने ट्विटर पर आरएसएस और उसके प्रमुख मोहन भागवत की प्रोफाइल फोटो के स्क्रीनशॉट को शेयर कर लिखा था कि संघ वालों, अब तो तिरंगा को अपना लो।
आरएसएस प्रचार विभाग के सह प्रभारी नरेंद्र ठाकुर ने कहा कि संघ अपने सभी कार्यालयों में राष्ट्रध्वज फहराकर स्वतंत्रता दिवस मनाता आ रहा है. संघ ने अपने सोशल मीडिया खाते की अपनी प्रोफाइल तस्वीर पर अपने संगठन के झंडे को हटाकर राष्ट्रध्वज लगाया. ठाकुर ने कहा कि आरएसएस कार्यकर्ता ‘हर घर तिरंगा’ मुहिम में सक्रिय रूप से भाग ले रहे है।
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