खालिस्तानी गुरपतवंत पन्नू के घर कांग्रेस नेता ने फहराया तिरंगा, विदेश से रच रहा साजिश

पन्नू की बात करें तो वह अमेरिका में बसा भारत का एक वॉन्टेड आतंकवादी है। वह खालिस्तान समर्थक संगठन ‘सिख्स फॉर जस्टिस’ का स्वयंभू सरगना भी है। वह अमृतसर के खानकोट गांव में पैदा हुआ था।

खालिस्तानी झंडा फहराने वाले को ईनाम देने की घोषणा कर चुके गुरपतवंत पन्नू के घर पर कांग्रेस नेता ने भारतीय तिरंगा फहरा दिया। प्रतिबंधित समूह सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) के नेता गुरपतवंत सिंह पन्नू के चंडीगढ़ स्थित आवास पर गुरुवार को राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराया गया। दरअसल पन्नू ने इससे पहले सभी प्रमुख स्थानों पर खालिस्तानी झंडा फहराने वाले को नकद इनाम देने की घोषणा की थी। उनकी इस घोषणा के बाद से ही लोगों में गुस्सा था। अब लोगों ने 75वें स्वतंत्रता दिवस समारोह से पहले ही पन्नू के आवास पर तिरंगा फहरा दिया। उनके आवास के बाहर कई लोगों को भारतीय झंडा लहराते हुए भी देखा गया। 

बता दें कि एसएफजे एक यूएस-आधारित खालिस्तानी अलगाववादी समूह है। इसकी स्थापना पन्नून ने की थी। इसे 2019 में भारत में बैन कर दिया गया था। गुरपतवंत सिंह पन्नू की बात करें तो वह अमेरिका में बसा भारत का एक वॉन्टेड आतंकवादी है। वह खालिस्तान समर्थक संगठन ‘सिख्स फॉर जस्टिस’ का स्वयंभू सरगना भी है। वह अमृतसर के खानकोट गांव में पैदा हुआ था। बाद में वह विदेश चला गया था। वह दूसरे देशों से ही पाक खुफिया एजेंसी आईएसआई की मदद से भारत में खालिस्तानी अलगाववादी समूह को जिंदा रखने की कोशिश में है।

भारत के स्वतंत्रता दिवस से पहले, पन्नू ने कथित तौर पर एक भड़काऊ संदेश जारी किया था जिसमें प्रमुख स्थानों पर खालिस्तानी झंडा फहराने वालों के लिए नकद पुरस्कार की घोषणा की गई थी। जिसके बाद गुरुवार को लुधियाना से कांग्रेस नेता गुरसिमरन सिंह मंड अपने समर्थकों के साथ पन्नू के चंडीगढ़ के सेक्टर-15  स्थित घर के बाहर पहुंचे और नारेबाजी करते हुए गेट पर राष्ट्रीय ध्वज लगा दिया। घर के एक सुरक्षा गार्ड सत्य नारायण ने बताया कि दोपहर करीब 1.40 बजे कुछ लोग आए और ‘भारत माता की जय’ तथा ‘इंकलाब जिंदाबाद’ के नारे लगाए। गौरतलब है कि भारत की आजादी की 75वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में 13 से 15 अगस्त तक होने वाले ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के तहत केंद्र सरकार ने ‘हर घर तिरंगा’ अभियान शुरू किया है।

आजादी का अमृत महोत्सव स्वतंत्रता के 75 साल और भारत के लोगों व संस्कृति और उपलब्धियों के गौरवशाली इतिहास को मनाने के लिए भारत सरकार की एक पहल है। हालांकि, कुछ कट्टरपंथी तत्व सरकार के इस कदम का विरोध कर रहे हैं। इस सप्ताह की शुरुआत में, शिरोमणि अकाली दल (अमृतसर) के प्रमुख सिमरनजीत सिंह मान ने भी “हर घर तिरंगा” अभियान के बहिष्कार का आह्वान किया था।