गोल्ड न जीतने पर पूजा ने माफी मांगी, पर पीएम ने ऐसा क्या कहा कि पाकिस्तान तक हो रही चर्चा

नई दिल्ली. पूजा गहलोत ने कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में भारत की झोली में ब्रॉन्ज मेडल डाल दिया. उन्होंने 50 किग्रा फ्री स्टाइल कुश्ती में ब्रॉन्ज जीता. हालांकि इसके बाद उन्होंने देश से माफी मांगी. पूजा ने भावुक होते हुए कहा कि मैं देशवासियों से माफी मांगना चाहती हूं. मैं यहां पर राष्ट्रगान बजवाना चाहती थी, मगर हार गई. गोल्ड से चूकने पर पूजा काफी निराश हैं. ऐसे में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उनका हौसला बढ़ाया. पीएम ने पूजा का हौसला बढ़ाते हुए जो कहा, उसके बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री निशाने पर आ गए हैं.

मेडल के लिए जश्न

पीएम मोदी ने पूजा का उत्साह बढ़ाते हुए कहा कि आपका मेडल माफी के लिए नहीं जश्न के लिए कहता है. आपकी जिंदगी का सफर हमें प्रेरणा देता है. आपकी सफलता हमें खुश करती है. आगे आपको और बड़े काम करने हैं. आप हमेशा यूं ही चमकती रहें. पीएम मोदी के इस ट्वीट के बाद पाकिस्तान के पीएम निशाने पर आ गए. पाकिस्तान भी पीएम मोदी की तारीफ कर रहा है और अपने पीएम से सवाल कर रहा है.

पाकिस्तानी पीएम अपने खिलाड़ियों का कमाल जानते हैं ?

पाकिस्तानी पत्रकार ने ट्वीट करके अपने पीएम पर निशाना साधा. एक पत्रकार ने ट्वीट करके कहा कि भारत इस तरह से अपने खिलाड़ियों को प्रोजेक्ट करता है. पूजा गहलोत ने ब्रॉन्ज जीता और गोल्ड न जीतने पर दुख जताया और पीएम मोदी ने उस पर प्रतिक्रिया भी दी.पाकिस्तानी पत्रकार ने आगे कहा कि क्या कभी पाकिस्तानी पीएम या राष्ट्रपति का इस तरह का मैसेज देखा है. क्या वो ये भी जानते हैं कि पाकिस्तानी खिलाड़ी कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में मेडल्स जीत रहे हैं.

एक यूजर ने कहा कि आप उनसे प्यार करते हैं या उनसे नफरत करते हैं, लेकिन यह सबसे सबसे प्यारी चीज है, जिसे कोई भी एथलीट सुनना चाहेगा.वहीं एक यूजर ने कहा कि इसे लीडर कहते हैं. जिस दिन विपक्षी पार्टी का एक भी लीडर पीएम मोदी का 10 प्रतिशत भी हो गया न उस दिन से मैं उनको वोट देने के बारे में सोचूंगा.

एक यूजर ने कहा कि यह कितना शानदार है कि देश के सर्वोच्च अधिकारी ने सपोर्ट किया. पूजा हमारे प्यार की हकदार हैं. एक यूजर ने पीएम मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि यह मजबूत व्यक्तिगत समर्थन हैं.लोगों का कहना है कि इस तरह के शब्द किसी भी एथलीट का उत्साह बढ़ाने में मदद करते हैं. कुछ यूजर्स का ये भी कहना है कि उनसे पहले कभी किसी पीएम ने अपने लोगों का सम्मान और प्रोत्साहन नहीं किया.