दो अलग-अलग बिल्डिंग में लग रहा स्वामी आत्मानंद स्कूल

दूसरे सत्र में भी पीडब्ल्यूडी ने तैयार नहीं किया भवन

खरसिया । छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी स्कूल स्वामी आत्मानंद के विद्यार्थियों को खासी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। दूसरा सत्र आ गया, परंतु पीडब्ल्यूडी विभाग ने अब तक बिल्डिंग कंप्लीट करके नहीं दी है। इसलिए दो अलग-अलग स्थानों पर स्वामी आत्मानंद के विद्यार्थियों को पढ़ाया जा रहा है।

गुरुवार एवं शुक्रवार को हुई पलकों की मीटिंग में पेरेंट्स ने यह मुद्दा जोर शोर से रखा गया। परंतु शिक्षा विभाग की लाखों मिन्नतों के बावजूद पीडब्ल्यूडी विभाग की मंथर गति में कोई परिवर्तन नहीं आ रहा। जबकि यह दूसरा सत्र भी शुरू हो चुका है। बावजूद पीडब्ल्यूडी के एसडीओ चंद्रकुमार साहू द्वारा कोई जवाब नहीं दिया जा रहा। वहीं सब इंजीनियर त्रिलोचन पटेल भी अपनी चुप्पी साधे हुए हैं। समस्त बालकों तथा बालकों को इस बात की शिकायत है कि 2 सत्र होने को हैं, वहीं स्वामी आत्मानंद स्कूल की नई बिल्डिंग बनाने का काम कछुए की गति से भी धीमा चल रहा है।

कलेक्टर मैम लीजिए संज्ञान
जिले में तेजतर्रार कलेक्टर श्रीमती रानू साहू का आगमन हो चुका है। वहीं शासन की महत्वपूर्ण स्कूल स्वामी आत्मानंद की बिल्डिंग का काम 2 सत्र से अधूरा पड़ा हुआ है। पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा नौ दिन चले अढ़ाई कोस की तर्ज पर कार्य किया जा रहा है। जबकि सभी बालक और पालक परेशान हो रहे हैं। ऐसे में कलेक्टर मैम से अपेक्षा है कि वह इस बात को संज्ञान में लेवें तथा बिल्डिंग के कार्य में गति प्रदान करवाएं। यह भी कहना पड़ेगा कि उच्च शिक्षा मंत्री के विधानसभा क्षेत्र में ही पीडब्ल्यूडी विभाग का यह आलम है कि शासन की महत्वपूर्ण योजना पर ही कुंडली मारे बैठे हुए हैं।

स्टडी लेवल है बेहतरीन
स्वामी आत्मानंद स्कूल के स्टाफ तथा शिक्षक शिक्षिकाएं पूर्ण सभ्य तथा पढ़ाई के प्रति पूरी तरह समर्पित हैं। दो अलग-अलग स्थानों में स्कूल लगने के बावजूद शिक्षक शिक्षिकाओं द्वारा बच्चों को बेहतरीन तरीके से पढ़ाया जा रहा है। वहीं हर माह टेस्ट भी लिए जाते हैं। यहां के बच्चों का स्टडी लेवल अन्य स्कूलों की अपेक्षा काफी बेहतर है। यदि एक ही बिल्डिंग में विधिवत क्लास लगें तो यह स्तर और अधिक सुधर सकता है।

[metaslider id="122584"]
[metaslider id="347522"]