आगरा के निजी डाक्टरों ने मंगलवार को बड़ा ऐलान किया है। सड़क हादसों में घायल लोगों से शुरुआती 48 घंटों में किसी शुल्क की मांग नहीं की जाएगी। इससे कोई भी घायल को डॉक्टरों के पास लाने में झिझकेगा नहीं।
आगरा के निजी डाक्टरों ने मंगलवार को बड़ा ऐलान किया है। सड़क हादसों में घायलों के परिवारों के आने तक के शुरुआती 48 घंटों में किसी शुल्क की मांग नहीं की जाएगी। बोन एंड ज्वाइंट वीक के दूसरे दिन आगरा आर्थोपेडिक एसोसिशन ने इसकी घोषणा की है। मंगलवार को एसोसिएशन ने पुलिसलाइन सहित कई स्थानों पर बेसिक लाइफ सपोर्ट (बीएलएस) का प्रशिक्षण दिया।
डाक्टरों के मुताबिक, हादसों में घायलों को कोई भी व्यक्ति अस्पताल तक ला सकता है। अक्सर लोग डाक्टरों की औपचारिकताओं और फीस मांगने से घबराते हैं। अब ऐसा नहीं होगा। आगरा आर्थोपेडिक एसोसिएशन से जुड़े सभी डाक्टर शुरुआती इलाज के 48 घंटों तक फीस नहीं लेंगे। परिवारीजनों के आने के बाद ही इस तरह की औपचारिकताएं की जाएंगी।
इससे लोग घायलों को अस्पतालों तक लाने में हिचकेंगे नहीं। इंडियन ऑर्थोपेडिक एसोसिएशन के अध्यक्ष (निर्वाचित) डा. अतुल श्रीवास्तव ने भी इस पहल का स्वागत किया। एसोसिएशन के डा. परवेंदर शर्मा ने पुलिसलाइन में करीब 300 पुलिसकर्मियों को बीएलएस के बारे में बताया और प्रशिक्षित किया। यहीं से दोपहिया और कार रैली को एसएसपी ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। रैली कॉसमॉस मॉल संजय प्लेस पहुंचकर खत्म हुई। इस मौके पर कई संस्थाओं ने हर संभव मदद का भरोसा दिया।
शहरभर के डाक्टरों ने लिया भाग
पुलिसलाइन के अलावा केबी पटेल अस्पताल में भी डाक्टरों ने मरीज और तीमारदारों को जान बचाने के तरीके बताए। डा. डीवी शर्मा, डा. अशोक विज, डा. हरीश श्रीवास्तव, डा. मानवेन्द्र शर्मा, डा. अरुण कपूर, डा. मुकेश गोयल, डा. अतुल अग्रवाल, डा. राकेश मोहनिया, डा. संजय चतुर्वेदी, डा. अनुपम गुप्ता, डा. संजय धवन, डा. अश्वनी सदाना, डा. विनीत पाठक, डा. अरुण गुप्ता, डा. योगेश बिंदल, डा. रजत कपूर, डा. सीमा सदाना, डा. कल्पना मोहनिया, डा. सारिका श्रीवास्तव, हेल्पिंग हैंड फाउंडेशन की सुमन सुराना मौजूद रहीं।
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