बैंकों में उपयोग की जाने वाली 13% कुर्सियों में एडजस्टमेंट की कोई विशेषता नहीं है।
· बैंकों में इस्तेमाल होने वाली 49% कुर्सियों में आर्मरेस्ट एडजस्टमेंट की कमी होती है और 41% में अभी भी बैक रेक्लाइन का अभाव है।
· 41% बैंक कर्मचारी प्रतिदिन 9 घंटे काम करते हैं, जबकि 28% 10 घंटे या उससे अधिक समय तक काम करते हैं।
· कार्यक्षेत्र फर्नीचर खंड में 2025 तक 16% बाजार हिस्सेदारी हासिल करने का प्रयास।
मुंबई, 20 जुलाई(वेदांत समाचार)। गोदरेज समूह की प्रमुख कंपनी गोदरेज एंड बॉयस ने घोषणा की कि घरेलू और संस्थागत क्षेत्रों में भारत के अग्रणी फर्नीचर समाधान ब्रांड गोदरेज इंटीरियो ने अपने विशेष अध्ययन ‘ वेलबीइंग एट वर्क इन द बैंकिंग सेक्टर’ के आंकड़ों को जारी किया है। इस अध्ययन से पता चला है कि बैंकों के कर्मचारी स्क्रीन पर लंबा समय बिताते हैं। अध्ययन से पता चलता है कि बैंकों के कर्मचारी रीयल-टाइम डेटा की निगरानी करने में लंबा समय निकालते हैं और सिस्टम को अपडेट रखते हैं, जो शारीरिक और मानसिक रूप से थकाने वाला है। सर्वेक्षण में पाया गया कि सभी बैंक तंदुरुस्ती या सेहत के महत्व के अनुकूल नहीं हैं और अभी तक एक स्वस्थ कार्य वातावरण को बढ़ावा देने के लिए आवश्यक संसाधन नहीं हैं। सार्वजनिक और निजी दोनों क्षेत्रों के बैंकों के लिए काम कर रहे कुल 250 बैंकरों ने इस शोध में भाग लिया। इस सर्वेक्षण ने कर्मचारियों के बीच सही कार्य मुद्राओं, कार्य-डेस्क एर्गोनॉमिक्स और संपूर्ण तंदुरुस्ती के बारे में जागरूकता की सीमा को समझने का प्रयास किया।
शोध अध्ययन के अनुसार, अधिकांश बैंकों में एर्गोनोमिक इन्फ्रास्ट्रक्चर (श्रमदक्षता शास्त्र अनुकूल संरचना) की कमी है, जो लंबे समय तक बैठने वाले बैंक कर्मचारियों के बीच अस्वास्थ्यकर एर्गोनोमिक मुद्रा में योगदान देता है। बैंकों में 49% कुर्सियों में आर्मरेस्ट एडजस्टमेंट की कमी है और 41% में अभी भी बैक रेक्लाइनर का अभाव है। 26 वर्ष से अधिक आयु के कर्मचारियेां के वर्ग में दर्द से पीड़ित लोगों का प्रतिशत काफी अधिक है, और इस संख्या में लगातार वृद्धि जारी है। इससे पता चलता है कि उम्र मस्कुलोस्केलेटल डिस्ऑर्डर (एमएसडी) में एक महत्वपूर्ण कारक हो सकती है।
अध्ययन से यह भी पता चलता है कि बैंक कर्मचारियों द्वारा उपयोग किए जाने वाले 85% डेस्क में ऊंचाई को एडजस्ट नहीं किया जा सकता है और 31% का कहना है कि डेस्क के नीचे जगह की कमी है। अध्ययन में उजागर की गई एक व्यापक चिंता यह थी कि 69% कर्मचारी पीठ के निचले हिस्से में दर्द का सामना कर रहे थे, 62% गर्दन के दर्द का सामना कर रहे थे, 59% अजीब मुद्राओं के कारण आंखों में खिंचाव और सिरदर्द का सामना कर रहे थे और वे बिना आवश्यक ब्रेक के लंबे समय तक स्क्रीन पर रहते हैं। इस शोध ने संकेत दिया कि ग्राहक इंटरफेसिंग भूमिकाओं में कर्मचारियों को थकान और मानसिक जलन को रोकने के लिए कार्यस्थलों में कायाकल्प क्षेत्रों की आवश्यकता होती है। इसके अलावा, शोध अध्ययन से पता चला है कि 41% बैंक में स्टाफ लाउंज की कमी है और 31% कार्यस्थलों में कायाकल्प क्षेत्रों में स्टाफ लाउंज में आरामदायक फर्नीचर की कमी है।
गोदरेज इंटीरियो के वाइस प्रेसिडेंट- मार्केटिंग (बी2बी) समीर जोशी ने कहा, ‘भारत के बैंकिंग क्षेत्र में मजबूत मांग के कारण जबरदस्त वृद्धि देखी जा रही है। इंडिया ब्रांड इक्विटी फाउंडेशन (आईबीईएफ) के अनुमानों के अनुसार, 2025 तक, भारत का फिनटेक बाजार 6.2 ट्रिलियन रुपये तक पहुंचने की उम्मीद है। फिर भी, गोदरेज इंटीरियो के कार्यक्षेत्र और एर्गोनोमिक रिसर्च सेल द्वारा किए गए अध्ययन से पता चलता है कि, सार्वजनिक और निजी दोनों क्षेत्रों के बैंकों को कर्मचारियों की सेहत के लिए अनुकूल वातावरण बनाने पर ध्यान देने की अत्यंत आवश्यकता है। बैंकर अब अपने डेस्क के एक तरफ डिजिटल स्क्रीन के बीच मल्टीटास्किंग में लंबे और अक्सर तनावपूर्ण घंटे बिताते हैं और उन ग्राहकों के साथ टेबल पर बैठते हैं जो सहायता के लिए शारीरिक रूप से शाखा आते हैं। इस शोध अध्ययन का उद्देश्य बैंकों को एमएसडी को दूर रखने के लिए सुनियोजित और एर्गोनोमिक बुनियादी ढांचे के साथ प्रासंगिक कार्यस्थल को डिजाइन करने में मदद करना है। बैंक देश के वित्तीय ढांचे का मुख्य केंद्र है, और इसलिए इन्हें काम के दौरान अपने कर्मचारियों के अच्छे स्वास्थ्य और तंदुरुस्ती को सुनिश्चित करना चाहिए। लंबे समय तक काम करने के घंटे, गैजेट्स का विस्तारित उपयोग, अपर्याप्त ब्रेक, काम करते समय सही मुद्राओं के बारे में जागरूकता की कमी, अनुपयुक्त बुनियादी ढांचे, और अक्षम स्थान डिजाइन कर्मचारियों के स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव डाल सकते हैं, जिससे उनकी संपूर्ण तंदुरुस्ती प्रभावित हो सकती है। गोदरेज इंटीरियो में, हम बैंकिंग क्षेत्र में एर्गोनोमिक फर्नीचर की मांग देख रहे हैं और इस वित्तीय वर्ष में इस सेगमेंट को 21% तक बढ़ाना चाहते हैं।
उन्होंने आगे कहा, “संगठनों को खराब एर्गोनॉमिक्स के संभावित सीमित नतीजों के खिलाफ टीमों की मदद करनी चाहिए। उन्हें उदाहरण के आधार पर नेतृत्व करना चाहिए और कर्मचारी की भलाई, उत्पादकता और विकास का समर्थन करने पर ध्यान केंद्रित करते हुए एक स्वस्थ कार्य वातावरण को बढ़ावा देना चाहिए।
गोदरेज इंटीरियो 2025 तक 16% बाजार हिस्सेदारी हासिल करने के उद्देश्य से वर्कस्पेस फर्नीचर के सेगमेंट में अपनी उपस्थिति का और विस्तार करने के लिए तैयार है। गोदरेज इंटीरियो में एर्गोनॉमिक्स एंड रिसर्च सेल कस्टमाइज्ड उत्पादों और समाधानों के निर्माण और क्यूरेशन को सुनिश्चित करने की दिशा में अपने प्रयासों को लगातार निर्देशित कर रहा है। ये समाधान समझदार ग्राहकों की जरूरतों को पूरा करते हैं और उनके अनुभव को बेहतर बनाते हैं। इस दिशा में किये जा रहे ब्रांड के प्रयासों के कारण ही ग्राहक इस पर अत्यधित भरोसा करते हैं।
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